अस्पताल में झाड़-फूंक पर भंते बुद्ध प्रकाश की कड़ी प्रतिक्रिया, अंधविश्वास से बचने की अपील
Superstition Awareness: सहरसा मॉडल अस्पताल में झाड़-फूंक की घटना पर भंते बुद्ध प्रकाश ने निंदा करते हुए अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और विज्ञान को प्राथमिकता देने की अपील की.
Superstition Awareness: हाथ ही सफाई दिखा इससे बचने का किया आग्रह सहरसा . विगत दिनों सहरसा मॉडल अस्पताल में इलाजरत मरीज का तांत्रिक द्वारा झाड़-फूंक किये जाने पर अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य भंते बुद्ध प्रकाश ने कड़ी प्रतिक्रिया जताते सिविल सर्जन सें जांच पड़ताल कर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि विज्ञान व टेकनोलॉजी के जरिये मंगल ग्रह व चंद्रमा पर पहुंच रहे हैं. वहीं अंधविश्वास को बढ़ावा देकर एक महिला को अस्पताल परिसर में झाड़ फूंक कराया गया. स्लाइन छुड़ाकर भूत लगने का इलाज किया गया. यह नजारा दो दिनों तक चलता रहा. भंते बुद्ध प्रकाश ने कहा कि जादू कोई चमत्कार नहीं है. सब कुछ विज्ञान पर आधारित है.
Superstition Awareness: कोरोना में कहां थे ओझा ?
झाड़ फूंक से बीमारी ठीक होती तो पढ़ लिख कर लोग डॉक्टर क्यों बनते. जबकि सभी तांत्रिक व ओझा अनपढ़ होते हैं. जो पढे लिखें लोगो को अंधविश्वास में उलझा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भूत प्रेत, डायन, जादु टोना की अवधारणा सरासर गलत है. कोरोना महामारी के समय तांत्रिक ओझा कहां थे. भंते बुद्ध प्रकाश अंधविश्वास भगाओ कार्यक्रम के तहत देश के कोने-कोने में जाकर अंधविश्वास के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं. इस दौरान वे लोगों को दर्जनों चमत्कार दिखाते हैं.
जैसे बिना दियासलाई से आग लगाना, रुमाल से माला बनाना, मुंह में रद्दी कागज खाकर लच्छेदार माला निकालना, सोने की चेन गायब करना, जीभ में लोहे की कील भोंकना, तलवार से हाथ काट दिखाकर इसे हाथ की सफाई बताया. वहीं लोगों को अंधविश्वास एवं जादू से बचने के प्रति जागरूक किया. भंते बुद्ध प्रकाश ने बताया कि वे विगत 20 वर्षो से लगातार 22 प्रदेश में जाकर विभिन्न स्कूल, काॅलेज, अस्पताल एवं जेलों में जाकर लोगों को जागरूक कर रहें है. जिसके कारण अब तक उन्हें कई प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है.