पुलिस के आने से पहले फरार हो गयी फर्जी सर्टिफिकेट वाली दो महिला
नव चयनित ग्रामीण डाक सेवकों का सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन कार्य शुरू
ग्रामीण डाक सेवक पद के लिए चयनित दो महिला अभ्यर्थी सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन में पायी गयी फर्जी दूसरे के सर्टिफिकेट पर अपना नाम व उम्र तक आधार में करा लिया था परिवर्तन सहरसा मुख्य डाकघर स्थित डाक अधीक्षक कार्यालय में डाक अधीक्षक मनोज कुमार की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा बुधवार से छह सितंबर तक नव चयनित ग्रामीण डाक सेवकों का सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन कार्य शुरू किया गया. सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के पहले दिन बुधवार को चयनित दो महिला अभ्यर्थी फर्जी सर्टिफिकेट लेकर वेरिफिकेशन को पहुंची. जहां जांच में सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया. जिसके बाद इसकी सूचना सदर थाना को दी गयी. इस बीच फर्जी सर्टिफिकेट वाली दोनों महिला अभ्यर्थी मौके से फरार होने में सफल रही. डाक अधीक्षक श्री कुमार ने बताया कि डाक प्रमंडल के तहत कुल 220 ग्रामीण डाक सेवकों का चयन ऑनलाइन माध्यम से किया गया. सभी सफल ग्रामीण डाक सेवकों का बुधवार से छह सितंबर तक सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन का कार्य बुधवार से शुरू हुआ है. सुबह से दर्जनों अभ्यर्थियों का गठित कमेटी के माध्यम से सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन का कार्य किया जा रहा है. इस दौरान दो महिला अभ्यर्थियों का सर्टिफिकेट फर्जी लगने पर पूछताछ की गयी. साथ ही प्रस्तुत आधार एवं प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया. जिसको लेकर सदर थाना को सूचित किया गया एवं महिला अभ्यर्थी को बाहर बैठने कहा गया. लेकिन इस बीच मौका मिलते ही फर्जी महिला अभ्यर्थी फरार होने में सफल रही. उन्होंने कहा कि महिला अभ्यर्थी ने दूसरे के सर्टिफिकेट पर अपने आधार में नाम एवं उम्र तक बदल लिया. लेकिन सर्टिफिकेट में फोटो नहीं रहने, बोर्ड का नाम गलत रहने पर संदेह हुआ. जिसपर पूछताछ में अभ्यर्थी सही जबाव नहीं दे सकी. शंका के आधार पर महिला को बाहर बैठने को कहा. जहां से वह फरार हो गयी.
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