सहरसा : महिषी में बख्तियारपुर से अहले क्षेत्र के प्रसिद्ध संत बाबा कारू खिरहर मंदिर में सुबह पूजा करने आये दो युवक स्नान करने के क्रम में कोसी नदी में डूब गये. मिली जानकारी के मुताबिक बख्तियारपुर मखन टोला निवासी रामचंद्र पासवान का पुत्र सावन कुमार, भौरा निवासी कारी पासवान का पुत्र इंदल पासवान व मधेपुरा निवासी शंभु गुप्ता का पुत्र राजा बख्तियारपुर में किसी कपड़ा व्यवसायी के दुकान में सेल्समेन का काम करते थे. तीनों गुरुवार की सुबह बाइक से पूजा करने महपुरा स्थित कारू मंदिर पहुंचे. तीनों की अनुमानित उम्र 20-21 वर्ष होगी. मंदिर में अभी चहल-पहल कम थी. तीनों ने मंदिर में पूजा से पूर्व नदी में स्नान करने छलांग लगायी व गहरे पानी व तेज धारा की चपेट में आ गये. ऐसी भी चर्चा है कि किसी ने तीनों को नदी की गहराई का भान भी कराया व सावधानी बरतने की नसीहत भी दी थी. पर उन्होंने इसे अनसुना कर दिया.
कोसी के तेज धार में सावन व राजा तो छलांग लगाने के साथ ही डूब गये वहीं इंदल को बोल्डर क्रेटिंग का जाल पकड़ में आ गया ओर वह बाहर निकलने में कामयाब रहा. इंदल अपने दो साथियों को लापता देख हल्ला करने लगा. उसकी आवाज सुन कुछ स्थानीय लोगों ने नदी में गोता लगाकर डूबे दोनों युवकों को बाहर निकालने का प्रयास भी किया. लेकिन सफलता नहीं मिली.
घटना की सूचना पर महिषी दक्षिणी पंचायत के मुखिया सह मंदिर न्यास के अध्यक्ष नरेश कुमार यादव, नहरवार मुखिया विजय कुमार सिंह, स्थानीय ग्रामीण समाजसेवी नंदन कुमार मौके पर पहुंचे व बीडीओ परशुराम सिंह, सीओ अली अहमद अंसारी, थानाध्यक्ष कमलेश कुमार को घटना की जानकारी देते लापता दोनों युवकों की बरामदगी की व्यवस्था करने की गुहार लगायी. सूचना पर तत्काल तीनों अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे व जिला प्रशासन से एनडीआरएफ की टीम को भेजने का त्राहिमाम संदेश दिया. नवहट्टा से टीम को पहुंचने में घंटों का समय लग गया व जब दोनों लापता युवकों की तलाशी शुरू हुई तो मूसलाधार वर्षा के कारण तलाशी अभियान पुनः अवरुद्ध हो गया, वर्षा छूटने के बाद पुनः तलाश शुरू किया गया है. समाचार प्रेषण तक दोनों युवकों का कोई सुराग नहीं मिल पाया था.
इंदल से पूछताछ के बाद डूबे युवकों के परिजनों को भी प्रशासन ने मामले से अवगत कराया. इसके साथ ही परिजन भी घटनास्थल पर पहुंचने लगे. सावन का मामा बिहरा गरौल निवासी नरेश पासवान, चंद्रायन की मौसी बिजली देवी, फुफेरा भाई खचरदेवा निवासी शिवजी पासवान, फूफा झड़ी लाल पासवान का रो-रोकर बुरा हाल था. दोपहर बाद सिमरी विधायक जफर आलम भी घटनास्थल पर पहुंचे परिजनों को ढांढ़स बंधाते हर संभव मदद का भरोसा दिया.