वैलेंटाइन डे … तेरा साथ है कितना प्यारा

वैलेंटाइन डे ... तेरा साथ है कितना प्यारा

By Prabhat Khabar News Desk | February 13, 2025 6:04 PM

सुखद सपनों में खो जाने का संदेश लेकर आया वैलेंटाइन डे दीपांकर, सहरसा एक हफ्ते के रांमांचक व सुहाने सफर के बाद चिरप्रतीक्षित वैलेंटाइन डे आ गया है. जवां दिलों की धड़कनें अचानक बढ़ गयी है. बेकरार मन एकदम से कुचालें भरने लगा है. मानों न कुछ दिखाई दे रहा है ना कुछ सुनाई दे रहा है. अगर सुनाई देती है तो यादाें के साये से निकलता धक..धक.. करती दिल की धड़कन. अपने आप को आकर्षक लुक देकर और बेहतर ढंग से उसे इम्प्रेस करने की तैयारी युवाओं ने कर ली है. बस इंतजार है वैलेंटाइन डे का. हाइटेक युग में आधुनिक प्रेमियों के लिए प्रतीक बनते जा रहे वैलेंटाइन डे मनाने को युवा बेताब हैं. वैलेंटाइन वीक के स्पेशल डेज के रंगीन व दिलकश सफर ने मानों सारी दूरियां मिटा दी है. एक हफ्ते में ही जाना पहचाना सा लगने वाला शख्स अचानक से दिल के बेहद करीब आ गया है. चेहरे पर अचानक से रह-रह कर आ जाने वाली मुस्कान सारे भेद खोल रही है. आज का दिन बेहद खास जो है. साथ बैठक अपने आगे की जिंदगी के ताने बाने बुनने और उसके सपनों में खो जाने का दिन. वैलेंटाइन डे को लेकर युवाओं में जितना जोश भरा है, उतना ही उत्साह भी. सभी अपने वैलेंटाइन के लिए कुछ भी कर गुजरने का वादा कर उसे हर हाल में खुश करने की तमन्ना है. बीसीए का छात्र चंदन अपनी क्लासमेट रिया को हर सुख दुख में साथ देने का वादा करेंगे जबकि रिया उसे लेकर मंदिर जायेगी और हरेक वर्ष एक साथ इस दिन ऐसे ही मंदिर आये, की मन्नत मांगेगी. नया बाजार का निशांत गौतम, गंगजला का पियुष, बटराहा का सुभाष सहित कई युवा अपने वैलेंटाइन के लिए अच्छा सा गिफ्ट खरीद कर आज मिलने का समय तय कर इंतजार की घड़ियां गिन रहे हैं. सिर्फ शहर ही नहीं सिमरी बख्तियारपुर का सुमित गुप्ता आज सिर्फ वैलेंटाइन डे मनाने शहर आ रहा है. उसकी वैलेंटाइन अर्चना बीमार है. वह उसके लिए फूलों का बुके और कुछ चॉकलेट लेकर उसके घर जायेगा और सारा दिन उसके साथ बितायेगा. सोनवर्षाराज की मनीषा दिल्ली में काम कर रहे अपने पति मृणाल को बहुत मिस कर रही है. वह व्हाटस एप से प्यारा सा संदेश भेजेगी. सौरबाजार का शुभम अपनी पत्नी सुहानी के लिए इस दिन उसकी पसंद के सारे काम करेंगे. मुकेश अपने वैलेंटाइन को संदेश देना चाहते हैं कि मीरा का कृष्णा को पाना है प्यार. माध्यम कुछ भी हो, लेकिन युवाओं ने एक दूसरे के दिलों तक पहुंचने का रास्ता ढ़ूंढ़ लिया है और इसके लिए वैलेंटाइन डे जैसा मौका फिर उन्हें मिले, ना मिले. महंगाई पर भारी पड़ा प्रेम रोज डे, प्रपोज डे, चॉकलेट डे, टेडी बियर डे, प्रोमिस डे, हग डे, किस डे और अब वैलेंटाइन डे. शहर में तेजी से फैल रही इसकी धूम को देखकर लगता है कि आने वाले दिनों में कहीं यह भी लंबी अवधि वाला सेलिब्रेशन न बन जाये. इसके प्रचार का सबसे बड़ा कारण है इसका तेजी से हाइटेक होना. पत्र-पत्रिकाओं के अलावा युवक-युवतियों को इस ओर आकर्षित करने में मोबाइल व इंटरनेट सेवा ने अहम भूमिका निभाई है. बड़े शहर के अलावा छोटे शहरों में भी इस बार वैलेंटाइन डे की धूम रही. कोलकाता से आने वाले गुलाब के कलियों की मात्रा तिगुनी से भी ज्यादा रही तो कीमत चौगुनी से भी ज्यादा. फूल व्यवसायी पंकज बताते हैं कि मांग ज्यादा होने और कोलकाता से ही उंचे दामों पर आने के कारण मूल्य में वृद्धि हुई है. वहीं नामी गिरामी कंपनियों के चॉकलेट व गिफ्ट पैक की ब्रिकी तिगुनी के आसपास है. डीबी रोड स्थित एक गिफ्ट दुकान के प्रोपराइटर मयंक अग्रवाल बताते हैं कि आज भी ओम शांति ओम नाम के गिफ्ट की मांग सबसे ज्यादा है्. जिसमें एक ग्लोब के अंदर कपल्स है. प्यार के नाम पर बाजार की गर्मी देखकर लगता है कि महंगाई के मुद्दे पर प्रेम भारी है. इस सात दिनों में सार्वजनिक स्थल सहित पार्क, मैदान व मंदिरों में पूरी तरह धड़कते दिलों का कब्जा राहा. अधिकांश युवाओं ने शहर में वैलेंटाइन डे की लोकप्रियता बढ़ने की बात को अच्छा बताते कहा कि यह लोगों की मानसिकता के विकासशील होने का परिचायक है. हम बढ़ते जमाने के साथ चल रहे हैं. वहीं कई शिक्षित व स्वस्थ विचारधारा वाले लोगों ने बताया कि यह कम से कम भारत के लिए शुभ संकेत नहीं है.

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