चाय कमाई का तो पार्षद के रूप में करते हैं समाजसेवा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है चाय – नाश्ता की दुकान चलाने वाले वार्ड पार्षद की चर्चा आयुष, सिमरी बख्तियारपुर (सहरसा) सहरसा जिला अंतर्गत सिमरी बख्तियारपुर में इन दिनों चाय-नाश्ता की दुकान चलाने वाले एक दुकानदार की चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है. ये दुकानदार लिट्टी और चाय की दुकान चलाते हैं. उनकी यह दुकान सिमरी बख्तियारपुर नप क्षेत्र स्थित रंगीनिया में है. चर्चा में छाये इस दुकानदार का नाम दिनेश मालाकार है और उनके चर्चा में छाने की वजह दिनेश मलाकार का सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद में वार्ड पार्षद होना है. दिनेश मालाकार वार्ड संख्या 14 से वार्ड पार्षद हैं. वार्ड पार्षद बनने से पूर्व से लेकर अभी वर्तमान में भी दिनेश मालाकार यह दुकान चला अपने परिवार का भरण – पोषण कर रहे हैं. जो इन दिनों बड़ी बात मानी जा रही है. सुबह 4 बजे खुल जाती है दुकान सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत रंगीनिया निवासी दिनेश मालाकार वार्ड पार्षद बनने के बाद आज भी अपनी लिट्टी और चाय की दुकान सुबह चार बजे खोल देते हैं. वार्ड पार्षद दिनेश मालाकार बताते हैं कि मैं चाय और नाश्ते की दुकान चला कर अपने परिवार का भरण – पोषण करता हूं और इस कार्य को करने मे मुझे शर्म नहीं बल्कि गर्व महसूस होता है. वार्ड पार्षद के मुताबिक दुकान पर आने वाले ग्राहक कहते हैं कि अब आप वार्ड पार्षद बन गये हैं, दुकान मत कीजिये, तो हम बोलते है कि दुकान चलती रहेगी, वार्ड पार्षद समाज सेवा करने के लिए बने है, कमाने के लिए नहीं बने हैं. दूसरी बार बने वार्ड पार्षद सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 14 से वार्ड पार्षद दिनेश मालाकार दूसरी बार वार्ड पार्षद बने हैं. इससे पूर्व 2012 में भी वह तत्कालीन नगर पंचायत में वार्ड पार्षद रह चुके हैं. इनकी सादगी और ईमानदारी का ही परिणाम रहा कि सिमरी बख्तियारपुर नगर परिषद बनने के बाद हुए चुनाव में यह फिर जनता द्वारा चुन लिये गये. दिनेश मालाकार बताते हैं कि सुबह 4 बजे से दोपहर 12 बजे तक दुकान चलाता हूं. वहीं दुकान से फुरसत लेकर जनता की सेवा में लग जाता है. विकास से जुड़े कार्य करवाने के लिए ऑफिस दौड़ना हो या वार्ड के लोगों का कोई कागज़-पत्तर से जुड़ा काम करवाना हो, सब करवाना मैं अपनी जवाबदेही समझता हूं. दिनेश बताते हैं कि वार्ड के विद्यालय की चाहरदीवारी निर्माण से लेकर विभिन्न गलियों में सड़क निर्माण करवा चुका हूं. अब छठ घाट के सौंदर्यीकरण के लिए लगा हूं. उम्मीद है वह भी जल्द हो जायेगा. दूसरी बेटी के लिए दुकानदारी से जुटा रहा हूं पैसे बिहार में वार्ड पार्षद बनने के बाद भी चाय और नाश्ते की दुकान चलाने का यह अनोखा मामला इन दिनों चर्चा में है. आमलोगों का इस संबंध में कहना है कि बिहार मे वार्ड पार्षद बनने के बाद व्यक्ति की जिंदगी बदल जाती है. लेकिन यह अपने आप में ऐसा अनोखा मामला है, जिसमे चुनाव जीतने के बाद भी एक वार्ड पार्षद लिट्टी चाय की दुकान चला रहा है. चूंकि आम तौर पर यह धारणा है कि यह पद पैसा पाने का एक आसान स्रोत होता है. लेकिन इन सब से अलग आज भी दिनेश मालाकार लिट्टी चाय बेच कर अपने परिवार का भरण – पोषण कर रहे हैं. साथ ही अपने वार्ड के विकास कार्य में भी बढ़- चढकर हिस्सा ले रहे हैं. दिनेश बताते हैं कि दो बेटी है. एक की शादी खगड़िया जिले के पसराहा में कर दी. दूसरी की शादी धूमधाम से हो उसके लिए दुकानदारी कर पैसे जुटा रहा हूं. दूसरी बेटी की शादी कर और भी चिंतामुक्त हो समाज के लिए काम करूंगा. फोटो – सहरसा 01 – दुकान पर चाय बेचते वार्ड पार्षद दिनेश मालाकार.
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