पानी छोड़ा तो टूट गयी नहर, ध्वस्त हो जाने से किसानों की फसल डूबी
पानी छोड़ा तो टूट गयी नहर, ध्वस्त हो जाने से किसानों की फसल डूबी
सहरसा. सिंचाई विभाग द्वारा नहरों में ससमय पानी छोड़ने से किसानों को काफी राहत तो मिली है. लेकिन कई जगहों पर नहरों के ध्वस्त हो जाने से किसानों की फसल डूबने की भी सूचना मिल रही है. मिली जानकारी के अनुसार रविवार रात नहरों में पानी पहुंचते ही देहद पंचायत के पदमपुर गांव स्थित नहर एक जगह पर ध्वस्त हो गया. जिस वजह से टूटे नहर से निकला पानी अगल बगल के मक्का लगे खेतों में भर गया. मंगलवार की सुबह जब किसानों ने अपनी मक्का लगे खेतों में दो फीट तक लगा पानी देखा तो आनन फानन में ध्वस्त हिस्सों को सामूहिक प्रयास से बांधने का प्रयास करने लगे. इसके साथ ही मुखिया रेणू देवी द्वारा सिंचाई विभाग के कनीय अभियंता को इसकी सुचना देकर पानी को रूकवाया गया. नहर टूटने से निकले पानी से पदमपुर के अखिलेश यादव, मदन शर्मा, उमेश यादव, ब्रजेश यादव का करीब एक एकड़ में लगी एक माह का मक्का पानी की भेंट चढ़ गया. बताते चलें कि बीते वर्ष के जून जुलाई माह में ही सिंचाई विभाग द्वारा करोडो़ं रुपये खर्च कर क्षेत्र के समस्त नहरों की मरम्मत करवाई गई थी. उससे पूर्व भी मनरेगा द्वारा नहरों की उड़ाही करवायी गयी थी. बावजूद नहरों के इस तरह ध्वस्त होने से ऐसा जान पड़ता है कि जैसे-तैसे नहरों की मरम्मत कर राशि की निकासी कर ली गयी. इस बाबत कनीय अभियंता बिनोद कुमार ने कहा कि पानी के अत्यधिक दबाव से नहर टूटी होगी, टूटी नहर की मरम्मत कर दी गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है