सावधान! पटना में सक्रिय है साहिबगंज का खास पॉकेटमारी व स्नैचिंग गिरोह, इन इलाकों में बना रहा अपना शिकार
पटना शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके में झारखंड के साहिबगंज के तिनपहड़वा इलाके का गिरोह सक्रिय है. इस गिरोह में अधिकतर नाबालिग हैं और इनको लीड करने वाला अधेड़ है. कोतवाली थाने की पुलिस ने मोनू नाम के चेन स्नैचर को गिरफ्तार किया है. मोनू साहिबगंज के तिनहड़वा का रहने वाला है.
पटना शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके में झारखंड के साहिबगंज के तिनपहड़वा इलाके का गिरोह सक्रिय है. इस गिरोह में अधिकतर नाबालिग हैं और इनको लीड करने वाला अधेड़ है. कोतवाली थाने की पुलिस ने मोनू नाम के चेन स्नैचर को गिरफ्तार किया है. मोनू साहिबगंज के तिनहड़वा का रहने वाला है. इसके पास से पुलिस ने चोरी के दो मोबाइल फोन भी बरामद किये हैं. इस गिरोह में दो दर्जन से अधिक सदस्य हैं. कोतवाली पुलिस ने हाल के दिनों में इस गिरोह के कई सदस्यों को पकड़ा था और उसे रिमांड होम भेज दिया था. बताया जाता है कि यह गिरोह पटना हाइकोर्ट के पास लगे ल्हासा मार्केट में सक्रिय था और मौका देखते ही यह किसी के जैकेट में रखे मोबाइल फोन या पर्स को गायब कर देता था. इस तरह की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद पुलिस ने जांच की और मोनू को पकड़ लिया. हालांकि, पकड़े जाने के बाद वह अपने आप को नाबालिग बताने लगा. लेकिन आधार कार्ड में दी गयी उम्र के हिसाब से वह 19 वर्ष का हो चुका है.
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गिरोह का अधेड़ रहता है इन लोगों के पीछे
बताया जाता है कि इस गिरोह के पांच-छह सदस्य एक बार ही भीड़-भाड़ इलाके में प्रवेश कर जाते हैं. साथ ही उनका काम शुरू हो जाता है. गिरोह का एक अधेड़ इन लोगों के पीछे रहता है. जैसे ही कोई सदस्य हाथ साफ करता है और मोबाइल फोन या अन्य सामान मिलता है, वैसे ही अधेड़ उसे ले लेता है, ताकि पकड़े जाने के बाद भी उसके पास से सामान न मिले.
जमानत भी कराता है सरगना
अगर गिरोह का कोई सदस्य पकड़ा जाता है और वह रिमांड होम या जेल चला जाता है तो फिर कानूनी प्रक्रिया कर उसे सरगना छुड़ा लेता है. फिर से धंधे में उतार देता है.