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बिहार: भागलपुर के फेमस स्कूल में छात्रा से दो शिक्षकों ने किया दुष्कर्म, स्पोर्ट्स रूम बुलाकर करते थे गंदा काम

भागलपुर के फेमस स्कूल सेंट जोसेफ में एक नाबालिग छात्रा के साथ उसके ही दो शिक्षकों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया. शिक्षक उसे स्पोर्ट्स रूम बुलाते थे और उसके साथ गंदी हरकतें करते थे. वो एकबार किसी तरह बचकर भाग निकली लेकिन दोबारा उसे कक्षा से बुलाया गया. शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 19, 2023 8:16 AM

Bihar Crime News: भागलपुर के सेंट जोसेफ स्कूल के दो स्पोर्ट्स टीचर ने स्कूल की ही एक नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म किया . शहर के चर्चित स्कूलों में से एक सेंट जोसेफ स्कूल में 14 वर्षीय 9वीं कक्षा की छात्रा के साथ दो शिक्षकों ने मिल कर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है. घटना की जानकारी मिलते ही भागलपुर पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए विश्विद्यालय थाना क्षेत्र के साहिबगंज के रहने वाले दोनों आरोपित शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अभियुक्त सेंट जोसेफ स्कूल के ही स्पोर्ट्स व फिजिकल ट्रेनर शिक्षक मुकेश कुमार और प्रिंस यादव हैं. रविवार रात हुई गिरफ्तारी के बाद गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों को कोर्ट के समक्ष उपस्थित कराकर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

इन मामलों में केस दर्ज हुआ..

मामले में पीड़ित छात्रा के पिता के लिखित आवेदन के आधार पर केस दर्ज किया गया है. मामले में नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने, उसका यौन शोषण करने और निर्वस्त्र होने के लिए बाध्य करने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है. उक्त मामले में प्राचार्य ने कहा है कि छात्रा के अभिभावक ने केस दर्ज कराया है. पुलिस अनुसंधान में मदद करेंगे.

बारी बारी से दोनों शिक्षकों ने बंद स्पोर्ट्स रूम में किया घिनौना काम

पीड़िता के पिता की ओर से दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि उनकी 14 वर्षीय बेटी के साथ दोनों शिक्षकों ने मिल कर बारी-बारी से दुष्कर्म किया. शिक्षक दिवस को लेकर चल रही तैयारी के लिए उनकी पुत्री 27 अगस्त को स्कूल गयी थी. तैयारी के दौरान दोनों स्पोर्ट्स शिक्षक मुकेश कुमार और प्रिंस यादव ने उनकी बेटी को बुलाकर संबंध बनाने के लिए दबाव बनाया. इसके बाद 1 सितंबर को उक्त शिक्षकों ने उसे क्लासरूम से बुलाया और प्रिंस यादव ने स्पोर्ट्स रूम ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया. जहां से किसी तरह उनकी बेटी वहां से भाग निकली. इसके बाद 12 सितंबर को पहली घंटी में ही दोनों शिक्षकों ने उसे दोबारा स्पोर्ट्स रूम में बुलाया. जहां मुकेश कुमार पहले से कमरे में मौजूद था. उसने कमरे की कुंडी बाहर से लगा दी और प्रिंस यादव कमरे के बाहर निगरानी करने लगा. मुकेश कुमार ने उक्त कमरे में उनकी पुत्री को धमकाया और गंदी हरकतें की.

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लगातार हो रही घटना से डिप्रेशन में पहुंची छात्रा, परिजनों को बतायी सारी बात

परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी पिछले कुछ दिनों से काफी डिप्रेशन में थी. काफी पूछने पर उसने उन लोगों को उसके साथ हुई सारी घटनाओं के बारे में जानकारी दी. उक्त जानकारी मिलने के बाद इस बात की शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे थे. कुछ लोगों के बीच यह भी चर्चा थी कि घटना को लेकर पीड़ित परिवार ने स्कूल प्रबंधन से भी गुहार लगायी थी. पर स्कूल प्रबंधन की ओर से किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं किये जाने के बाद परिजनाें ने पुलिस का सहारा लिया.

भागलपुर के सिटी एसपी बोले..

भागलपुर के सिटी एसपी, अमित रंजन ने कहा कि सेंट जोसेफ स्कूल में दो शिक्षकों द्वारा स्कूल की छात्रा के साथ दुष्कर्म किये जाने का मामला प्रतिवेदित हुआ है. उक्त मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए स्कूल के स्पोर्ट्स टीचर मुकेश कुमार और प्रिंस यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. मामले में स्कूल प्रबंधन की जिम्मेवारी और उनके द्वारा की गयी अनुशासनिक कार्रवाई की भी जांच की जा रही है. स्कूल प्रबंधन की गलती पाये जाने पर उचित कार्रवाई की जायेगी. इस तरह की घटनाओं को लेकर भागलपुर पुलिस सजग है. समय समय पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. स्कूलों में भी गुड टच और बैड टच को लेकर जागरूक करने के लिए संबंधित प्रभागों से संपर्क कर छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जायेगा. 

विधायक ने की स्कूल प्रबंधन और प्राचार्य पर कार्रवाई की मांग

इस घटना पर भागलपुर के विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि पहले के जमाने जब शिक्षक और मां-बाप अगर साथ खड़े हों तो पहले शिक्षक के पांव छूकर आर्शीवाद लेने को कहा जाता था. पर वर्तमान स्थिति यह है कि गुरुओं ने खुद अपने व्यवहार और चरित्र का हनन किया है. बेटी के समान स्टूडेंट के साथ यह घृणित कार्य करने वाले जो शिक्षक गिरफ्तार हुए हैं उन्हें जल्द से जल्द आजीवन कारावास की सजा मिले. साथ ही स्कूल प्रबंधन और प्राचार्य पर भी कार्रवाई हो. आखिरकार स्कूल में इस तरह की घटना होने पर और इस तरह के शिक्षकों को बहाल करने पर किसकी जिम्मेवारी बनती है, इसकी भी जांच हो. 

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