बिहार में शिक्षकों की लापरवाही पर शिक्षा विभाग की कार्रवाई, इन अध्यापकों का कटेगा वेतन

जुलाई माह में प्रत्येक स्कूल का निरीक्षण किया जाना है. निरीक्षण में न केवल शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं, बल्कि अन्य विभागों के पदाधिकारी भी शामिल हैं. इसी निरीक्षण के दौरान एक जुलाई को अनुपस्थित पाये गये 588 शिक्षकों का एक दिन का वेतन कटेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | July 4, 2023 1:19 AM

बिहार में एक जुलाई को तीस जिलों के 7270 स्कूलों के औचक निरीक्षण में अनुपस्थित पाये गये 588 शिक्षकों का एक दिन का वेतन काटने के आदेश शिक्षा विभाग ने जारी कर दिया है. वेतन एक जुलाई का काटा जायेगा. इसके अलावा एक जुलाई को ही बिना सूचना नदारद रहे 10 गैर शैक्षणिक स्टाफ पर कार्रवाई की बात की जा रही है. प्रखंड स्तर पर एक अफसर भी बिना सूचना के नदारद था. इस तरह निरीक्षण के दौरान कुल 599 शिक्षक और गैर शिक्षकेतर कर्मचारी अनुपस्थित मिले थे.

एक जुलाई को कुल 7270 सरकारी स्कूलों में निरीक्षण

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक एक जुलाई को कुल 7270 सरकारी स्कूलों में निरीक्षण किया गया. 4007 स्कूलों में 50 फीसदी या इससे कम बच्चे उपस्थित मिले. वहीं, 1869 स्कूलों में 50 से 75 फीसदी बच्चे उपस्थित रहे. इसके अलावा 68 स्कूलों में 75 फीसदी से अधिक बच्चे उपस्थित पाये गये. जानकारी के मुताबिक पूरे जुलाई माह में प्रत्येक स्कूल का निरीक्षण किया जाना है. निरीक्षण में न केवल शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं, बल्कि अन्य विभागों के पदाधिकारी भी शामिल हैं.

इससे पहले भी वेतन काटने का जारी हो चुका है निर्देश 

इससे पहले शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों, अंगीभूत कॉलेजों और परीक्षा फल आधारित अनुदान पाने वाले कॉलेजों के कुल एक हजार से अधिक अध्यापकों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश जारी किये थे. इस तरह स्कूल से लेकर कॉलेज तक में पठन-पाठन सुनिश्चित करने शिक्षकों की उपस्थिति पर शिक्षा विभाग फोकस कर रहा है.

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अन्य विभागों के पदाधिकारियों को भी निरीक्षण का दायित्व

इधर, पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि सरकार के निर्देश के आलोक में तैयार कैलेंडर के अनुसार प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों का निरीक्षण किया जा रहा है. कैलेंडर इस प्रकार तैयार किया गया है कि हरेक विद्यालय का सप्ताह में कम से कम दो बार अवश्य निरीक्षण हो. उन्होंने कहा कि एक जुलाई को जिले में 371 विद्यालयों की जांच की गयी थी. जिले में कुल 3486 विद्यालय है. इसमें 1973 प्राइमरी, 1091 मिडल/अपर प्राइमरी तथा 422 सेकेंडरी/हायर सेकेंडरी विद्यालय है. रोस्टर के अनुसार शिक्षा विभाग के जिला में पदस्थापित पदाधिकारियों के साथ-साथ अन्य विभागों के पदाधिकारियों को निरीक्षण का दायित्व दिया गया है.

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