पटना में पांच गुना बढ़ी पैरासिटामोल की बिक्री, खत्म हो रहा मलेरिया की दवा का स्टॉक

मरीजों की संख्या बढ़ने से शहर के मेडिकल स्टोरों पर एंटीबायोटिक, पैरासिटामोल और मलेरिया की दवा की खपत बढ़ गयी है. साथ ही दवाओं की खरीदारी की वजह से लोगों के घर का बजट भी बिगड़ गया है. दवा व्यापारियों के अनुसार विगत 15 दिनों में सबसे ज्यादा छह गुना बिक्री एंटीबायोटिक की बढ़ गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 27, 2023 6:06 AM

पटना. वायरल के साथ डेंगू और मलेरिया का प्रकोप चल रहा है. हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. अस्पताल के बेड फुल होने के कगार पर हैं. मरीजों की संख्या बढ़ने से शहर के मेडिकल स्टोरों पर एंटीबायोटिक, पैरासिटामोल और मलेरिया की दवा की खपत बढ़ गयी है. साथ ही दवाओं की खरीदारी की वजह से लोगों के घर का बजट भी बिगड़ गया है. दवा व्यापारियों के अनुसार विगत 15 दिनों में सबसे ज्यादा छह गुना बिक्री एंटीबायोटिक की बढ़ गयी है. इसके अलावा पैरासिटामोल की बिक्री में भी पांच गुना इजाफा हुआ है. वहीं, कफ सिरप और पेन किलर की मांग में भी तीन गुना की वृद्धि हुई है. यहां बता दें कि डेंगू मरीजों का आंकड़ा बुधवार को जिले में 5354 के पार गया था.

10 दिन का बचा है मलेरिया की दवा का स्टॉक

इन दिनों डेंगू के साथ ही मलेरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. खास कर बच्चे व किशोर इस बीमारी से अधिक परेशान हैं. सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों द्वारा लिखी जाने वाली कोमबिथर फोर्ट टैबलेट नाम की इस दवा की डिमांड विगत 10 दिन के अंदर तेजी से बढ़ी है. दवा व्यापारियों के अनुसार इस दवा में दो एंटी पैरासाइटिक दवाओं का मिश्रण होता है. इससे डॉक्टर संबंधित दवाओं को अधिक लिखते हैं. व्यापारियों की मानें, तो अगर मलेरिया का प्रकोप इसी तरह से रहा, तो अगले 10 दिनों में संबंधित रोग की दवा का स्टॉक खत्म हो जायेगा, क्योंकि शहर की गोविंद मित्रा दवा मंडी में सिर्फ 10 दिनों की ही दवाओं का स्टॉक बचा है.

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पटना में चार लाख तो पूरे बिहार में बिक रही 45 लाख रुपये की पैरासिटामोल

डेंगू में सबसे अधिक पैरासिटामोल टैबलेट की खपत बढ़ी है. दवा एसोसिएशन के अनुसार शहर की गोविंद मित्रा दवा मंडी में रोजाना 45 से 48 लाख रुपये की पैरासिटामोल की बिक्री हो रही है. इनमें सबसे अधिक पटना जिले में करीब चार लाख तो बाकी बिहार के अलग-अलग जिलों में 50 हजार से लेकर 2 लाख रुपये की पैरासिटामोल की बिक्री हो रही है. इसके अलावा कफ सीरप की बिक्री हो रही है. एसोसिएशन के सदस्यों के अनुसार डेंगू के साथ-साथ तेज बुखार व बदले मौसम में होने वाली बीमारियों की आशंका के चलते दवा व्यापारियों ने बुखार, खांसी, जुकाम, दर्द के साथ एंटीबायोटिक दवाओं का स्टाॅक रख लिया था. बीमारी बढ़ते ही दवाओं की बिक्री में उछाल आया है. कफ सिरप की भी बिक्री बढ़ी है.

पूरे बिहार में किस दवा की कितनी बिक्री

  • पैरासिटामोल पहले आठ से 10 लाख रुपये की अब 40 से 45 लाख

  • पेन किलर 10 से 12 लाख अब 30 से 35 लाख

  • कफ सिरप 20 से 25 लाख अब 40 लाख

  • एंटीबायोटिक डेढ़ से 12 लाख अब 70 से 62 लाख

नोट : आंकड़ों में आंशिक अंतर हो सकता है

क्या कहते हैं दवा एसोसिएशन के सदस्य

बिहार रिटेल केमिस्ट फोरम के प्रदेश संयोजक संतोष कुमार ने कहा कि इन दिनों बुखार, खांसी, जुकाम, दर्द की दवाओं के साथ-साथ एंटीबायोटिक की बिक्री खूब बढ़ गयी है. सबसे ज्यादा एंटीबायोटिक की छह गुना, पैरासिटामोल की पांच गुना, कफ सिरप और पेन किलर की तीन-तीन गुना मांग बढ़ी है. जीएम रोड के अलावा अस्पतालों, मेडिकल स्टोरों के बाहर दिन भर मरीजों की भीड़ दवा खरीदने के लिए लगी रहती है.

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