समस्तीपुर नगर निगम चुनाव की सुबुगाहट शुरू, आरक्षण रोस्टर नहीं है साफ, प्रत्याशी घूम रहे वार्डों में
समस्तीपुर नगर निगम चुनाव की सुबुगाहट शुरू हो गई है. नगर निगम में मेयर व डिप्टी मेयर के सीधे चुनाव की घोषणा के बाद से शहर में राजनीतिक गतिविधि तेज हो गयी है. लगभग 2.30 लाख वोटर अब सीधे मेयर और उपमेयर का चुनाव अपने मतों द्वारा करेंगे.
समस्तीपुर नगर निगम चुनाव की सुबुगाहट शुरू हो गई है. नगर निगम में मेयर व डिप्टी मेयर के सीधे चुनाव की घोषणा के बाद से शहर में राजनीतिक गतिविधि तेज हो गयी है, इन दोनों ही पदों के लिए सीधे चुनाव की घोषणा के बाद शहर के लगभग 2.30 लाख वोटर अब सीधे मेयर और उपमेयर का चुनाव अपने मतों द्वारा करेंगे.
शहर के मतदाताओं को तीन पदों के लिए वोटिंग करने का अवसर पहली बार निकाय के चुनाव में मिलेगा. मेयर व डिप्टी मेयर के पदों के लिए वोटिंग करने के साथ ही मतदाता अपने क्षेत्र के वार्ड सदस्य के चुनाव के लिए भी मतदान करेंगे, इन पदों के लिए होने वाले चुनाव के अलावा शहर में नये सिरे से होने वाले वार्ड परिसीमन पर सबकी निगाहें टिकी हैं.
संबंधित वार्ड में जुड़ने वाली बस्ती व आबादी का आकलन करने में सभी दावेदार लगे हुए हैं. वर्तमान में 29 वार्ड है, इसके अलावे निगम के विस्तारित क्षेत्र मे नए वार्ड बनने की संभावना है. सभी क्षेत्रों में वार्ड प्रत्याशियों की दावेदारी शुरू हो गयी है.
इससे इतर नगर निकाय चुनाव की तिथि अभी घोषित नहीं हुई है. संभावित मई महीने में चुनाव होने वाले हैं. इस वजह से नगर निगम में भी चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. कौन चुनाव लड़ेगा, किसे हराना है, किसे जिताना है, हर वार्ड में यह चर्चा-ए-आम है. पंचायत चुनाव में बदलाव की सुनामी के बाद हर वार्ड में कई-कई स्वघोषित प्रत्याशी हो गये हैं.
दूसरी ओर संभावित प्रत्याशी लोगों के सेवा और सहयोग करने में तेजी कर दिए हैं. अभी से ही लोगों के सुख-दुख में पहुंचकर अपनी जनता के सामने हाजिरी लगानी शुरु कर दी है. घर में कोई विशेष उत्सव होने पर अधिकाधिक लोगों को न्योता जा रहा है. भोज-भात भी लोगों को कराया जा रहा है.
नगर निगम का गठन होने के बाद मेयर का चुनाव प्रत्यक्ष कराया जाना है. हालांकि अभी घोषित नहीं है कि फलां सीट आरक्षित रहेगा या सामान्य, महिला या पुरुष! यह भी चर्चा है कि दलीय सपोर्ट के आधार पर भी चुनाव हो सकता है. लेकिन यह भी अभी तय नहीं है. चर्चाओं को देखते हुए यहां से विभिन्न राजनीतिक दलों में रसूख रखने वाले और पैसे वाले लोगों की नजर इस सीट पर है, जिन्होंने भी तैयारी शुरु कर दी है.
वर्तमान में यहां चुनाव का ऐसा रंग चढ़ा है कि वार्ड में चुनाव लड़ने वालों की संख्या कम दिख रही है. मेयर के प्रत्याशी अधिक तैयारी शुरू किए हैं, जिसमें नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष के साथ कई वार्ड वार्षद और अन्य लोग शामिल हैं. नगर निगम कार्यालय का चक्कर कई नये प्रत्याशी लगा रहे हैं. वह ऑफिस में जाकर पूछ रहे हैं कि आरक्षण रोस्टर साफ हुआ की नहीं.