बिहार के समस्तीपुर में सार्जेंट मेजर व वरीय अधिकारियों के रवैये से डिप्रेशन में आकर इवीआर 112 के कंट्रोल रूम में कार्यरत महिला सिपाही अर्चना कुमारी ने आत्महत्या कर ली थी. समस्तीपुर के एसपी एसपी विनय तिवारी ने महिला सिपाही सुसाइड मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपित सार्जेंट मेजर ( परिचारी प्रवर) नयन कुमार को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. उनके स्थान पर उपस्कर शाखा के प्रभारी विपुल कुमार को सार्जेंट मेजर बनाया गया है. महिला सिपाही अर्चना कुमारी ने उनपर प्रताड़ना की शिकायत किया था. पूरे मामले की शिकायत की जांच के बाद एसपी ने यह कार्रवाई की है. इनके अलावा पुलिस केंद्र के विभिन्न शाखाओं में पदस्थापित चार अन्य पुलिसकर्मियों को भी तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण कर दिया गया है.
पुलिस केंद्र के सार्जेंट मेजर नयन कुमार को परिचारी प्रवर के पद से हटाकर पुलिस कार्यालय के अभियोजन एवं त्वरित विचारण कोषांग का प्रभारी बनाया गया है. उपस्कर शाखा प्रभारी प्रअनि विपुल कुमार को परिचारी प्रवर की नई जिम्मेदारी सौंपी गयी है. वहीं पुलिस केंद्र के दिवा शाखा के सिपाही सतीश कुमार पांडेय एवं मुन्ना राम को स्थानांतरित कर क्रमशः लरझाघाट थाना एवं मोहनपुर ओपी में रिजर्व गार्ड बनाकर भेजा गया है. जबकि पुलिस केंद्र के रअनि प्रथम सिपाही चंद्रशेखर आनंद को सिंघिया थाना एवं रअनि द्वितीय सिपाही शिवनंदन कुमार को हलइ ओपी में रिजर्व गार्ड के रूप में तैनात किया गया है.
स्थानांतरित किये गए सभी पुलिसकर्मियों को 24 घंटे के अंदर अपने नये कार्यस्थल पर योगदान देने को कहा गया है. यहां बता दें कि सार्जेंट मेजर व वरीय अधिकारियों के रवैये से डिप्रेशन में आकर इवीआर 112 के कंट्रोल रूम में कार्यरत महिला सिपाही अर्चना कुमारी ने आत्महत्या कर ली थी. उसने मरने से पहले सुसाइड नोट लिख रखा था. जिसमें सार्जेंट मेजर सहित कई वरीय अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया था. साथ ही मृत सिपाही के पति ने भी पुलिस केंद्र के वरीय अधिकारियों पर कई तरह के आरोप लगाया है जिससे पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस सूत्रों की मानें तो महिला पुलिस कर्मी की सुसाइड मामले की जांच एसआइटी के द्वारा की जा रही है.
जांच प्रभावित न हो इसलिए एसपी ने यह कार्रवाई की है. महिला सिपाही सुसाइड मामले में आरोपित सार्जेंट मेजर ( परिचारी प्रवर) नयन कुमार को एसपी विनय तिवारी ने तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. उनके स्थान पर उपस्कर शाखा के प्रभारी विपुल कुमार को सार्जेंट मेजर बनाया गया है. महिला सिपाही अर्चना कुमारी के द्वारा आत्महत्या कर लिए जाने एवं प्रताड़ना की शिकायत सामने आने के बाद एसपी ने यह कार्रवाई की है. इनके अलावा पुलिस केंद्र के विभिन्न शाखाओं में पदस्थापित चार अन्य पुलिसकर्मियों को भी तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण कर दिया गया है. पुलिस केंद्र के सार्जेंट मेजर नयन कुमार को परिचारी प्रवर के पद से हटाकर पुलिस कार्यालय के अभियोजन एवं त्वरित विचारण कोषांग का प्रभारी बनाया गया है.
उपस्कर शाखा प्रभारी प्रअनि विपुल कुमार को परिचारी प्रवर की नई जिम्मेदारी सौंपी गयी है. वहीं पुलिस केंद्र के दिवा शाखा के सिपाही सतीश कुमार पांडेय एवं मुन्ना राम को स्थानांतरित कर क्रमशः लरझाघाट थाना एवं मोहनपुर ओपी में रिजर्व गार्ड बनाकर भेजा गया है. जबकि पुलिस केंद्र के रअनि प्रथम सिपाही चंद्रशेखर आनंद को सिंघिया थाना एवं रअनि द्वितीय सिपाही शिवनंदन कुमार को हलइ ओपी में रिजर्व गार्ड के रूप में तैनात किया गया है. स्थानांतरित किये गए सभी पुलिसकर्मियों को 24 घंटे के अंदर अपने नये कार्यस्थल पर योगदान देने को कहा गया है.
यहां बता दें कि सार्जेंट मेजर व वरीय अधिकारियों के रवैये से डिप्रेशन में आकर इवीआर 112 के कंट्रोल रूम में कार्यरत महिला सिपाही अर्चना कुमारी ने आत्महत्या कर ली थी. उसने मरने से पहले सुसाइड नोट लिख रखा था. जिसमें सार्जेंट मेजर सहित कई वरीय अधिकारियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया था. साथ ही मृत सिपाही के पति ने भी पुलिस केंद्र के वरीय अधिकारियों पर कई तरह के आरोप लगाया है जिससे पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस सूत्रों की मानें तो महिला पुलिस कर्मी की सुसाइड मामले की जांच एसआइटी के द्वारा की जा रही है. जांच प्रभावित न हो इसलिए एसपी ने यह कार्रवाई की है.