Bihar में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. लोगों ने रात के अंधेरे में अपराधियों को पकड़ने के लिए गए डीएसपी साहब को लोगों ने बकड़ी चोर समझकर पकड़ लिया. डीएसपी साहब लाख समझाते रहे मगर किसी ने उनकी एक न सुनी और एक कमरे ले जाकर बंद कर दिया. बताया जा रहा है कि बाइक चोर को गिरफ्तार करने तेघड़ा डीएसपी डॉ रवींद्र मोहन प्रसाद रविवार की रात पुलिस बल के साथ विद्यापतिनगर थाना क्षेत्र के बंगराहा गांव गये. डीएसपी के साथ अन्य पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में थे. ग्रामीणों ने बकरी चोर समझ कर सभी को घेर लिया और पुलिस अधिकारी को कमरे में बंद कर दिया. डीएसपी के समझाने पर भी ग्रामीण नहीं माने.
ग्रामीणों ने दी पुलिस को सूचना
डीएसपी साहब को कमरे में बंद करने के बाद ग्रामीणों से गांव में चोर के पकड़े जाने की सूचना पुलिस को दी. स्थानीय थाना के पदाधिकारी ने मुस्तैदी दिखाते हुए दल-बल के साथ वहां पहुंचे. जब वो वहां पहुंचे तो डीएसपी साहेब को कमरे में बंद देखा. इसके बाद उन्हें तेघड़ा डीएसपी छुड़ाया गया. इतना ही नहीं, गिरफ्तार बाइक चोरों की ग्रामीणों ने पिटाई कर दी. हालांकि, तेघड़ा पुलिस ने बाइक चोरी के आरोप में सिमरी के सुखदेव महतो के पुत्र बीरबल कुमार व मनियारपुर गांव के मनोज रजक के पुत्र अंकित कुमार को गिरफ्तार कर लिया.
हाल के दिनों में पुलिस पर कई बार हुए हमले
हाल के दिनों में पुलिस पर आमलोगों के द्वारा होने वाली घटना में काफी इजाफा हुआ है. हालांकि, ज्यादातर मामले उत्पाद विभाग के छापेमारी के दौरान हुई है. लोग शराब तस्करों को बचाने के लिए पुलिस से भीड़ जा रहे हैं. ऐसे मामले में पुलिस विभाग काफी गंभीर है.