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बिहार : समस्तीपुर में सड़क जाम कर रहे लोगों ने किया पथराव, थानाध्यक्ष समेत आधा दर्जन लोग जख्मी

समस्तीपुर (ताजपुर) : बिहारके समस्तीपुर में एनएच 28 का बंगरा चौक गुरुवार को रणभूमि में तब्दील हो गया. सड़क जाम कर रहे लोगों ने पुलिस पर पथराव किये तो पुलिस ने जाम कर रहे ग्रामीणों पर जमकर लाठियां भांजी. इसके बाद लोगों का गुस्सा पुलिसकर्मियों पर फूटा तो पुलिस ने आत्मरक्षा में दनादन हवा में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 6, 2017 9:12 PM

समस्तीपुर (ताजपुर) : बिहारके समस्तीपुर में एनएच 28 का बंगरा चौक गुरुवार को रणभूमि में तब्दील हो गया. सड़क जाम कर रहे लोगों ने पुलिस पर पथराव किये तो पुलिस ने जाम कर रहे ग्रामीणों पर जमकर लाठियां भांजी. इसके बाद लोगों का गुस्सा पुलिसकर्मियों पर फूटा तो पुलिस ने आत्मरक्षा में दनादन हवा में गोलियां दागनी शुरू कर दी. इससे लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे. इस घटना में बंगरा थानाध्यक्ष राजीव रौशन समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गये. बावजूद भीड़ युवक की मौत के मामले में दर्ज आत्महत्या की प्राथमिकी को हत्या में तब्दील करने की मांग पर अड़े थे.

सूचना पर पहुंचे वरीय पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारियों द्वारा लोगों से बात कर मामले को शांत कराया गया. घायलों में शामिल थानाध्यक्ष राजीव रौशन, एसआइ हामीद अंसारी, चनीया देवी, शिवजी महतो आदि का उपचार निजी व सरकारी अस्पताल में कराया गया. जानकारी के अनुसार बुधवार को बंगरा थाना क्षेत्र के वाजितपुर सरसौना गांव में आम के पेड़ से लटकता हुआ गांव के ही राजेन्द्र सिंह के पुत्र विपिन कुमार का शव पुलिस ने बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर भेजा था. पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजन को सुपुर्द कर दिया गया.

इस मामले में आत्महत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. यही बात ग्रामीणों को रास नहीं आयी. गुरुवार को जैसे ही विपिन के माता पिता हरियाणा से पहुंचे लोगों ने शव के साथ बंगरा थाना चौक को घेर कर एनएच 28 पर यातायात ठप कर दिया. साथ ही पुलिस पर गलत प्राथमिकी दर्ज कराने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी. ग्रामीण इस मामले में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर निष्पक्ष जांच की मांग पर अड़े थे.

पहले पुलिस ने लोगों को समझाने की चेष्टा की तो उनका गुस्सा और तेज हो गया. स्थिति को बिगड़ता हुआ देखकर पुलिस ने हवा में फायरिंग करनी शुरू कर दी. इसके बाद ग्रामीणों ने थाना पर हमला बोल दिया. ग्रामीणों ने थाने पर ईंट बरसाना शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस लाठी चार्ज कर लोगों को खदेड़ना शुरू किया. तब ग्रामीणों ने डटकर मुकाबला करते हुए थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया. इसमें कई पुलिस वाले चोटिल हो गये.

घटना की सूचना मिलते ही मुसरीघरारी, ताजपुर की पुलिस एवं मुफस्सिल इंस्पेक्टर सुबोध चौधरी, ताजपुर बीडीओ, अंचलाधिकारी घटना स्थल पर पहुंचकर माहौल को नियंत्रण में करने का प्रयास करते रहे. समाचार प्रेषण तक जिला से पुलिस बल एवं वरीय पदाधिकारी घटना स्थल पर नहीं पहुंच पाये थे. इधर, थानाध्यक्ष का कहना है कि युवक की मौत के मामले में हत्या की प्राथमिकी ही दर्ज की गयी है. लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हैं.

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