समस्तीपुर . जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में तैनात एंबुलेंस सेवा गुरुवार से ठप हो गयी है. इसका कारण एंबुलेंस चालकों की हड़ताल है. यह अनिश्चितकालीन चलेगा. इस हड़ताल के लिये एंबुलेंस 102 के चालक कर्मचारी संगठन के सदस्य 22 जुलाई 2023 को हुये समझौते का पालन विभाग की ओर से नहीं किये जाने को ठहराया गया है. इस तरह गेंद विभागीय प्रशासन के पाले में फेंककर एंबुलेंस चालक अपना दामन बचा रहे हैं. वहीं इस हड़ताल के कारण मरीजों को होने वाली परेशानियों से निकलने वाली कराह को विभाग की ओर मोड़ने की कोशिश है. प्रबंधक को भेजे पत्र में संगठन कर्मियों का कहना है कि पूर्व में समझौते का पालन नहीं हआ है. जबकि उनकी मांगें नैतिक रूप से जायज है. जिसपर कोई ठोस पहल तक नहीं की जा रही है. पत्र में सेवादाता कंपनी के प्रबंधक से अविलंब पूर्व में हुये समझाैतों के आलोक में कदम उठाने का अनुरोध किया गया है. इनकी मांगों में बकाया कुशल श्रमिक का वेतन भुगतान प्राथमिकता से शामिल है. इसके अलावा मई व जून 2024 का वेतन व ईएसआईसी, इपीएफ का बकाया भुगतान, श्रम अधिनियम 2005 के तहत सभी सुविधायें लागू करने की बात कही गयी है. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि हड़ताल के दौरान यदि किसी प्रकार की अप्रिय घटना होती है तो इसकी जवाबदेही भी सेवा प्रदाता कंपनी को ही स्वीकार करनी होगी. इससे संबंधित पत्र सिविल सर्जन, श्रम अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ सभी चिकित्सा पदाधिकारियों एवं अस्पताल के उपाधीक्षकों को भेजा गया है. आवेदन पर संगठन के अध्यक्ष भोला कुमार, रमण कुमार झा, अभिनंदन कुमार, मोनू कुमार, सुरेन्द्र राम, सूरज कुमार, धीरज कुमार, राजेश कुमार, अक्षय कुमार, संतोष कुमार, मोती राम, श्याम मंडल आदि के हस्ताक्षर दर्ज हैं.
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