बिल्डिंग बायलॉज की उड़ रही धज्जियां
नप. जांच दल गठित, बिना नक्शा पास कराये बन रहे भवन होंगे चिह्नित समस्तीपुर : नगर परिषद से बिना नक्शा पास कराये भवन निर्माण कराने वालों पर नप प्रशासन अब शिकंजा कसने के मूड में है. बिना नक्शा पास कराये ऐसे भवनों को चिह्नित करने के लिए सिटी मैनेजर के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच […]
नप. जांच दल गठित, बिना नक्शा पास कराये बन रहे भवन होंगे चिह्नित
समस्तीपुर : नगर परिषद से बिना नक्शा पास कराये भवन निर्माण कराने वालों पर नप प्रशासन अब शिकंजा कसने के मूड में है. बिना नक्शा पास कराये ऐसे भवनों को चिह्नित करने के लिए सिटी मैनेजर के नेतृत्व में पांच सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है, जो इन भवनों को चिह्नित करेगी. बता दें कि नगर परिषद क्षेत्र में अधिकांश मकान बिना नक्शे के ही बन रहे है़ं इसका नतीजा हो रहा है कि एक ही वार्ड और मोहल्ले में मकान की नींव एक समान नहीं होकर बेतरतीब ऊंचे और नीचे बनाये जा रहे हैं.
ऐसे भवन निर्माण से कभी भी भूकंप आने या अन्य प्राकृतिक आपदा होने पर बड़ी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता है़ इस पर नप द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से स्थिति और भी भयावह बनती जा रही है. बिना निबंधन के ही मकान बनवाने से जहां नप को राजस्व की क्षति हो रही है़ वहीं बिल्डिंग बायलॉज 2007 की धज्जियां उड़ाते हुए ऊंचे-ऊंचे भवन बनाये जा रहे हैं.
दूसरी ओर नप की राजनीति उलझे पार्षदों को इसकी कोई फिक्र भी नहीं है. बोर्ड की बैठकों में पार्षद की आवाज मलाईदार योजनाओं जैसे एलइडी, डस्टबीन, सफाई व्यवस्था पर खूब निकलती है, लेकिन शहर के विभिन्न इलाकों में हो रहे अवैध निर्माण पर सभी चुप्पी साध जाते हैं. जानकार बताते हैं कि अब बिल्डिंग बायलॉज 2014 के अंतर्गत रोड व जमीन की उपलब्धता के अनुसार, भवन निर्माण की अनुमति पटना व अन्य बड़े शहरों में दी जाती है. वह यहां भी लागू होता है़ 20 फुट से कम चौड़ी सड़क पर व्यावसायिक व तीन तल्ला से अधिक ऊंचा मकान बनाने की अनुमति नहीं दी जा सकती़ ऊंचे मकान बनाने के क्रम में सड़क की चौड़ाई, मकान बनने वाले जगह में खाली भूमि की उपलब्धता आदि के मापदंड निर्धारित किया गया है.
घरों को चिह्नित कर की जायेगी कार्रवाई : बिना नक्शा पास के बने घरों को चिह्नित कर मकान मालिकों को कानूनी कार्रवाई करने के लिए नप प्रशासन ने कार्ययोजना बना कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है़ जानकारी के अनुसार, शहर के उन भवनों को भी चिह्नित किया जायेगा, जो पूर्व में नक्शा पारित करवा कर फिर बाद के दिनों में पारित नक्शे से विचलन कर भवन निर्माण करवा रहे हैं.
इन्हें दी गयी जांच की जिम्मेवारी
आर्किटेक्ट वार्ड
राकेश कुमार 1 से 7
चंद्रशेखर आजाद 13 से 15,18 से 21
ललन कुमार सिंह 8 से 12 व 17
आशुतोष शाही 22 से 29
पांच सदस्यीय जांच दल गठित
नप प्रशासन ने घरों को चिह्नित करने के लिए पांच सदस्यीय जांच दल गठित किया है, जो स्थल निरीक्षण कर प्रतिवेदन देंगे. पांच सदस्यीय जांच दल में सिटी मैनेजर व चार आर्किटेक्ट को रखा गया है़ बताते चले कि नप क्षेत्र में करीब 10 हजार से अधिक मकान बने हैं, लेकिन मैनुअल नक्शा पास कराने वालों की संख्या मात्र 82 व ऑनलाइन के माध्यम से भी मात्र दो ही है.