सत्ता संभाल न सका महागठबंधन, नीतीश ने किया राजनीतिक स्टंट

समस्तीपुर : बिहार सरकार में शामिल महागठबंधन दल के प्रमुख सहयोगी राजद नेता सह उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर घिरी सरकार के मुखिया नीतीश कुमार के इस्तीफे की खबर आते ही जिले का राजनीतिक पारा परवान चढ़ गया है. महागठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों व विपक्षी राजग गठबंधन खेमे में शामिल पार्टी जिलाध्यक्षों का सुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 27, 2017 3:43 AM

समस्तीपुर : बिहार सरकार में शामिल महागठबंधन दल के प्रमुख सहयोगी राजद नेता सह उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर घिरी सरकार के मुखिया नीतीश कुमार के इस्तीफे की खबर आते ही जिले का राजनीतिक पारा परवान चढ़ गया है. महागठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों व विपक्षी राजग गठबंधन खेमे में शामिल पार्टी जिलाध्यक्षों का सुर अपने-अपने हिसाब से मुखर होने लगे हैं. जदयू जिलाध्यक्ष सह पूर्व सांसद अश्वमेघ देवी का कहना है कि नीतीश कुमार की छवि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर एकदम साफ सुथरी रही है. वे भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं करते हुए जीरो टॉलरेंस के स्टैंड पर आरंभ से खड़े हैं.

पिछले कुछ दिनों से जिस तरह बिहार की महागठबंधन सरकार चल रही थी और उसमें सियासी उठापटक की बू आने लगी थीं ऐसी परिस्थिति में सरकार को चलाना मुश्किल हो रहा था. नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर अपनी अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफे जैसा कदम उठाया है. जनता उनके द्वारा लिये गये निर्णय को भलीभांति समझ रही है. इसके विपरीत राजद जिलाध्यक्ष विनोद राय ने कहा कि नीतीश कुमार का राजनीतिक करियर समाप्त हो रहा है.

उनके कई विधायक उनका साथ छोड़ने पर आमदा हैं. इस स्थिति को भांप कर उन्होंने इस्तीफा देकर अपनी छवि बनाने की कोशिश की है. साफगोई से अपनी पार्टी की बात रखते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष अबू तमीम कहते हैं कि अभी शुरुआत है. इस्तीफे के कारणों को जानने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

इसके विपरीत बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी सह राजग गठबंधन में शामिल पार्टियों की अगुवाई करने वाली भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष राम सुमरन सिंह कहते हैं कि मौजूदा बिहार सरकार में शामिल राजद के मुखिया लालू प्रसाद यादव सरकार पर बोझ बन गये थे. यह महागठबंधन का आपसी मामला है. भाजपा तो राजनीतिक गलियारे का दर्शक बना हुआ है. महागठबंधन में शामिल सभी पार्टियां मिल कर भी बिहार की सत्ता संभाल नहीं पायीं.
महागठबंधन को जनादेश देने वाली बिहार की जनता अब खुद को ठगा हुआ सा महसूस कर रही है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में उनकी पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक जारी है. इसमें लिये जाने वाले फैसले के अनुरूप बिहार और समस्तीपुर में भाजपा का अगला राजनीतिक कदम होगा. वहीं रालोसपा के जिलाध्यक्ष अनंत कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार का इस्तीफा ढकोसला है. नीतीश कुमार त्याग पत्र देकर लालूजी पर दबाव बनाने की कोशिश भर कर रहे हैं. लोजपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह कहते हैं कि बिहार के सियासी उठा पटक पर पार्टी की पैनी नजर है. केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश की प्रतीक्षा की जा रही है.
महागठबंधन दल में शामिल पार्टियों ने साफगोई से रखी बात
राजग ने खुद को बताया राजनीतिक गलियारों का दर्शक, जदयू ने कहा, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नीतीश का स्टैंड साफ-सुथरा

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