भौतिक सत्यापन व अनुशंसा पर उठ रहे सवाल

समस्तीपुर : उच्च शिक्षा के मद्देनजर जिले के 56 मध्य विद्यालयों में से 52 विद्यालयों को वर्ष 2015 में उच्च माध्यमिक में उत्क्रमित किया गया. लेकिन अबतक इन विद्यालयों में पर्याप्त संख्या में विषयवार शिक्षक के नहीं होने से छात्रों के पठन पाठन पर असर पड़ रहा है. कई विद्यालयों में शिक्षक पर्याप्त संख्या में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2017 4:50 AM

समस्तीपुर : उच्च शिक्षा के मद्देनजर जिले के 56 मध्य विद्यालयों में से 52 विद्यालयों को वर्ष 2015 में उच्च माध्यमिक में उत्क्रमित किया गया. लेकिन अबतक इन विद्यालयों में पर्याप्त संख्या में विषयवार शिक्षक के नहीं होने से छात्रों के पठन पाठन पर असर पड़ रहा है. कई विद्यालयों में शिक्षक पर्याप्त संख्या में हैं तो वहां छात्रों को बैठने के लिए बेंच टेबल नहीं है. वहीं अब भी कई विद्यालयों के भवन जर्जर स्थिति में है.

पत्राचार के बाद भी नहीं मिले शिक्षक
मोरवा प्रखंड के बीइओ ने तीनों उत्क्रमित विद्यालयों के लिए माध्यमिक स्तर के शिक्षकों की मांग की थी़ इसके लिए डीईओ को विगत 14 जुलाई 2016 को बीईओ ने पत्र भेजा़ ताकि शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति या समायोजन हो सके लेकिन पत्र आज भी संचिका की शोभा बढा रही है़ माध्यमिक स्तर के शिक्षकों के नहीं होने के कारण नामांकन के बाद भी वर्ग का संचालन बाधित है़
इससे आक्रोशित अभिभावकों ने विगत दिनों उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय रघुनाथपुर में तालाबंदी कर विरोध भी जताया है बावजूद वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किया जाना कई प्रश्नों को खड़ा कर रही है़ छात्रों का कहना है कि मैट्रिक तथा इंटर की परीक्षा में अव्वल आने के लिए पढ़ाई भी अच्छी होनी चाहिए़ जो विद्यालयों में नहीं मिल रही है.
पर्याप्त शिक्षकों की कमी से नहीं हो रही विषयवार पढ़ाई

Next Article

Exit mobile version