महामारी की बढ़ी आशंका

समस्तीपुर : नगर परिषद प्रशासन के प्रयास से भले ही इस वर्ष शहर की मुख्य सड़कों पर पानी नहीं लग सका, लेकिन हर गली-मोहल्ले में बरसात का पानी सड़ रहा है. लगभग एक पखवारे से शहर के वार्ड संख्या एक, दो, तीन व नौ के गली-मोहल्लों में लगे पानी की सड़न व बदबू से लोगों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2017 5:26 AM

समस्तीपुर : नगर परिषद प्रशासन के प्रयास से भले ही इस वर्ष शहर की मुख्य सड़कों पर पानी नहीं लग सका, लेकिन हर गली-मोहल्ले में बरसात का पानी सड़ रहा है. लगभग एक पखवारे से शहर के वार्ड संख्या एक, दो, तीन व नौ के गली-मोहल्लों में लगे पानी की सड़न व बदबू से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है. नगर परिषद व स्वास्थ्य विभाग द्वारा इससे बचाव के लिए कोई प्रयास नहीं हो रहा है. ऐसे में बीच मोहल्लों में पानी के जमाव के कारण महामारी की संभावना प्रबल हो गयी है.

मोहल्लों में जमा है बारिश का पानी : नप क्षेत्र के वार्ड संख्या एक, दो के कुछेक को छोड़कर अधिकांश मोहल्ले में बारिश का पानी लगा हुआ है. उचित जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण करीब 50 से अधिक घर प्रभावित हैं. मोहल्ले के जगदीश राम, कपिलेश्वर राम, देवेंद्र राय, सुधा कुमारी, दामिनी देवी का कहना है विगत एक पखवाड़े से ठेहुनाभर पानी लगा हुआ है. लोगों का आवागमन मुश्किल हो रहा है. कहीं भी जल निकासी की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में अब जब बारिश होती है, तो मोहल्ले में लोगों के घरों तक गंदा पानी पहुंचने की नौबत बन जाती है. कुछ घर ऐसे भी हैं जहां घर के अंदर गंदा पानी घुस गया है.
वे लोग घर छोड़कर पलायन कर चुके हैं. धरमपुर बांध साइड में बसे राहुल कुमार ने नप प्रशासन को 27 मई को आवेदन देकर जल निकासी की व्यवस्था करने की मांग की थी. बावजूद नप प्रशासन के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी.
डीडीटी छिड़काव के प्रति उदासीन है नगर परिषद : इस वर्ष जल निकासी के लिए नगर परिषद ने बहुत हद तक जाम नालियों की सफाई कराया. इससे पानी का बहाव कमोबेश हो रहा है. ब्लीचिंग व डीडीटी के छिड़काव के नाम पर महज खानापूर्ति हो रही है. गत वर्ष जलजमाव के बाद उत्पन्न स्थिति से निबटने के लिए जिलाधिकारी की पहल पर शहर में कमोबेश छिड़काव हुआ भी, परंतु इस वर्ष इस कार्य में पूरी लापरवाही देखी जा रही है. नगर प्रबंधक अरविंद कुमार की मानें तो पंप सेट के माध्यम से जल निकासी की व्यवस्था की गयी. स्थानीय लोगों का कहना है कि जो व्यवस्था नप प्रशासन के द्वारा की गयी है वह नाकाफी है.
ब्लीचिंग छिड़काव के नाम पर खानापूर्ति
शहर के वार्ड एक, दो, तीन और नौ के मोहल्लों में पानी व कचरे की सड़ांध से लोगों का जीना मुहाल

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