लाइसेंस का डाटा बार-बार डिलीट, संदेह में सिस्टम

समस्तीपुर : जिला परिवहन कार्यालय में लाइसेंस का डाटा बार-बार डिलीट हो रहा है. लगातार दूसरे वर्ष डाटा डिलीट होने के कारण अब सिस्टम पर सवाल उठने लगे हैं. लोग विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं. लोगों का कहना है कि कर्मियों की लापरवाही के कारण विभाग का डाटा डिलीट हो जाता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2017 5:26 AM

समस्तीपुर : जिला परिवहन कार्यालय में लाइसेंस का डाटा बार-बार डिलीट हो रहा है. लगातार दूसरे वर्ष डाटा डिलीट होने के कारण अब सिस्टम पर सवाल उठने लगे हैं. लोग विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं. लोगों का कहना है कि कर्मियों की लापरवाही के कारण विभाग का डाटा डिलीट हो जाता है. लोगों को कार्यालय का चक्कर काटना पड़ता है. लाइसेंस मिलने में भी देर होती है. सिस्टम को दुरुस्त करने में महीनों समय लग जाता है.

लोगों के शिकायत करने पर डीटीओ लालबाबू सिंह ने कहा कि डाटा डिलीट होने के बाद एनआइसी, पटना को दोबारा मेल किया गया था. संख्या अधिक होने के कारण स्मार्टकार्ड बनने में विलंब हो रहा है. शीघ्र ही सभी लोगों को स्मार्टकार्ड मिलने की बात डीटीओ ने कही है. पिछले वर्ष लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस का स्मार्टकार्ड डाटा डिलीट हो जाने के कारण नहीं मिला था. इस वर्ष अप्लाई करने वाले लोगों को स्मार्टकार्ड मिलता देख लोग कर्मियों से विवाद भी कर रहे हैं.

पिछले वर्ष हुआ था डेढ़ लाख लोगों का डाटा डिलीट : 2016 के फरवरी में करीब 1.50 लाख लोगों का डाटा डिलीट हो गया था. लोगों को दोबारा फोटो खिंचाने के लिए कार्यालय का चक्कर काटना पड़ा था. इतना ही नहीं, दोबारा फोटो खिंचवाने के बावजूद करीब 1.50 लाख लोग कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं, उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस का स्मार्ट कार्ड नहीं मिल सका है. इस वर्ष फिर से अगस्त महीने में सॉफ्टवेयर में एरर आ गया है. इससे लगभग 15000 लोगों का डाटा डिलीट हो जाने का अनुमान है.
15 दिनों से काम नहीं कर रहा सारथी : डीटीओ कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई का काम 15 दिनों से ठप है. सारथी ,सॉफ्टवेयर का नाम, पिछले 15 दिनों से काम नहीं कर रहा है. इससे लोगों को असुविधा हो रही है. लाइसेंस के लिए अपलाई करने के लिए जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले सैंकड़ों लोगों को प्रतिदिन वापस होना पड़ रहा है. इनके लर्निंग लाइसेंस की वैलिडीटी 14 अगस्त के बाद समाप्त हो रही थी. सॉफ्टवेयर की खराबी के कारण वे ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई नहीं कर पायेंगे. उन्हें फिर से लर्निंग के लिए अप्लाई करना होगा. मंगलवार को मुसापुर से आये सुनील कुमार शर्मा समेत कई लोगों ने डीटीओ से इसकी शिकायत की. सुनील ने बताया कि उनके लर्निग की वैलिडीटी एक सितंबर को समाप्त हो जायेगी. 14 अगस्त से ही वे डीटीओ कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. लेकिन, सॉफ्टवेयर में खराबी की बात कह उन्हें वापस कर दिया जा रहा है. डीटीओ ने उनसे शीघ्र ही सॉफ्टवेयर के ठीक होने का आश्वासन दिया.

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