रोसड़ा : जाको राखे साइयां मार सके न कोई वाली कहावत रोसड़ा में गुरुवार को चरितार्थ होते हुए देखा गया. दोपहर करीब तीन बजे एक 40 वर्षीया महिला ने रहुआ के निकट बूढ़ी गंडक नदी पर बने सड़क पुल के रेलिंग से अचानक नदी में छलांग लगा दी. छलांग लगाते देख आसपास के लोग दौड़ कर आये. तब तक महिला नदी के पानी में ऊब डूब करने लगी. करीब आधे किलोमीटर तक पानी में बहने के बाद ऊब डूब कर रही महिला पर कुछ नाविकों की नजर गयी. फिर नाव पर सवार युवक रहुआ गांव के ही संजीत सहनी, सचिन सहनी, ननकी सहनी व सुनील पासवान ने मानवता का परिचय देते हुए महिला को बचाने के लिए नदी में छलांग लगायी.
चारों युवकों ने तैरकर महिला को पकड़कर नाव पर चढ़ाया. उसके बाद किनारे लाकर बांध पर लाया. संयोगवश महिला बिल्कुल सुरक्षित थी. वह साड़ी पहनी थी. फिर भी गहरे पानी में नहीं डूबी. उसे तैरना भी नहीं आता था. प्रत्यक्षदर्शियों ने महिला के बचने की उम्मीद छोड़ दी थी. लेकिन सुरक्षित पानी से निकलने पर सभी ईश्वर की कृपा मां रहे थे. बाद में महिला को निजी क्लीनिक में इलाज करवाया गया. डॉक्टर ने उसे बिल्कुल सुरक्षित बताया. जानकारी के अनुसार, महिला रहुआ पिछयारी टोल गांव निवासी धर्मेंद्र सहनी की पत्नी प्रमीला देवी बतायी जाती है. इसके पति बाहर रहकर मजदूरी करते हैं. चार बच्चे भी हैं. लोगों ने बताया कि कोई घरेलू विवाद को लेकर महिला ने पुल से नदी में छलांग लगायी है. हालांकि, आत्महत्या के प्रयास करने के सही कारणों का पता नहीं चल सका है.