VIDEO : समस्तीपुर में प्रदर्शन के हिंसक रूप लेने से एक व्यक्ति की मौत, CM नीतीश ने दिया जांच का आदेश

समस्तीपुर :बिहारमें समस्तीपुर जिले में पुलिस के वाहनों को जलाने और एक थाने में आग लगाने की कोशिश के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कथित गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गयी.जबकि कम से कम पांच अन्य घायल हो गये. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ताजपुर थाना अंतर्गत असाढ़ी गांव में हुई घटना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2017 12:37 PM

समस्तीपुर :बिहारमें समस्तीपुर जिले में पुलिस के वाहनों को जलाने और एक थाने में आग लगाने की कोशिश के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कथित गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गयी.जबकि कम से कम पांच अन्य घायल हो गये. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ताजपुर थाना अंतर्गत असाढ़ी गांव में हुई घटना की जांच का आदेश दिया है. सीएमनीतीश ने घटना को दुखद बतातेहुए तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त और तिरहुत रेंज के डीआइजी को स्थल पर जाकर मामले की जांच कर रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश दिया है.

जानकारी के मुताबिक बिहारके समस्तीपुर जिले के ताजपुर थाना के आसाढ़ी गांव में बुधवार की रात ग्रामीण दवाकारोबारी की हत्या के विरोध शुक्रवार को लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर बवाल किया. इसी दौरान उग्र भीड़ को काबू में करने का प्रयास करते हुए पुलिस ने कई राउंड फायरिंग की. जिससे एक युवक की मौत हो गयी. जबकि आधे दर्जन के करीब लोग घायल हो गये. जिनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करायागया है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने घटना को दुखद बताया और तिरहुत प्रमंडल आयुक्त और पुलिस उपमहानिरीक्षक (तिरहुत रेंज) को घटनास्थल पर जाकर मुआयना करने और एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है.

भीड़ ने 8 पुलिस वाहनोंको किया आग के हवाले
उधर, इस मामले में स्थिति नियंत्रित होने तक कमिश्नर और आइजी इलाके में कैंप करेंगे. पुलिस मुख्यालयइस पूरे मामले की मॉनीटरिंगकररहाहै. स्थिति के मद्देनजर दरभंगा और मुजफ्फरपुर से भी भेजे गये वहां जवान भेजे गये है. वहीं पुलिस ने बताया कि राजमार्ग पर ग्रामीणों के प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई. समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) दीपक रंजन ने बताया कि दो दिन पहले अज्ञात बदमाशों द्वारा एक दवा विक्रेता की हत्या किये जाने के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने आठ पुलिस वाहनों में आग लगा दी और थाने में आग लगाने की कोशिश की.

उपाधीक्षक के वाहनपरभी किया गया हमला
उपाधीक्षक के वाहन पर भी हमला किया गया. एसपी ने बताया पुलिसकर्मियों के लाठियां चलाने के बावजूद भीड़ तितर बितर नहीं हुई तो पुलिसकर्मियों ने हवा में गोलियां चलायी. दीपक रंजन ने कहा, इसी बीच कुछ पुलिसकर्मियों की हवा में चलायी गोली लगने के कारण दो प्रदर्शनकारी घायल हो गये. उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति घटनास्थल पर ही मारा गया और एक को अस्पताल ले जाया गया. तीन पुलिसकर्मी और एक प्रशासनिक अधिकारी भी घायल हुए.

पुलिस द्वारा भीड़ पर लाठी चार्ज का आरोप
घटना के संबंध प्रत्यक्षदर्शियों का बताना है कि हत्या के विरोध में शुक्रवार की सुबह लोग सड़क जाम करने जा रहे थे. इसी क्रम में पुलिस ने भीड़ पर लाठी चार्ज कर दिया. इससे भीड़ आक्रोशित हो गयी और थाना पर पथराव करने लगी. पथराव होता देख पुलिस पहले पीछे हट गयी, फिर थाना की छत से भीड़ पर फायरिंग करने लगीं. लोगों की माने तो पुलिस ने करीब 50 राउंड फायरिंग की है. हालांकि, पुलिस अधिकारी ऐसा नहीं मानते है. पुलिस फायरिंग से भेरोखड़ा निवासी जितेंद्र कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि मोतीपुर के सूरज कुमार जख्मी हो गया.

पुलिस निरीक्षक के कार्यालय को फूंका
ग्रामीण फायरिंग में अन्य लोगों के भी घायल होने की बात कर रहे है. इधर, आक्रोशित लोगों ने पुलिस निरीक्षक के कार्यालय में आग लगा दिया. इसमें सारे कागजात जल गये वही थाना पर लगे वृजवाहन सहित कई आधा दर्जन वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पुलिस हालात को सामान्य करने में जुटी है.

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