नजदीक से मारी गयी थी जितेंद्र मालाकार को गोली

समस्तीपुर : ताजपुर में उपद्रव के दौरान जितेंद्र मालाकार को किसकी गोली लगी यह भले अब तक विवाद का विषय है, लेकिन इतना तय हो गया है कि उसे गोली नजदीक से मारी गयी है. इसकी दूरी महज 50 से 100 गज तक की हो सकती है. सूत्रों की मानें,तो अंत्यपरीक्षण के दौरान के दौरान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2017 1:26 AM

समस्तीपुर : ताजपुर में उपद्रव के दौरान जितेंद्र मालाकार को किसकी गोली लगी यह भले अब तक विवाद का विषय है, लेकिन इतना तय हो गया है कि उसे गोली नजदीक से मारी गयी है. इसकी दूरी महज 50 से 100 गज तक की हो सकती है. सूत्रों की मानें,तो अंत्यपरीक्षण के दौरान के दौरान जितेंद्र के शरीर के पिछले हिस्से से होकर गोली निकालनी पड़ी है. क्योंकि उसके सीने से होकर अंदर गोली का सुराख शुरू में बहुत बारीक था. निकलने पर भी गोली में कार्बन के अंश मौजूद थे.

गोली का आकार भी काफी बड़ा है. इससे इस बात का सस्पेंस और भी बढ़ गया है कि गोली राइफल की है या फिर देसी तमंचे की. इसके कारण पुलिस और जितेंद्र के परिजनों की ओर से दर्ज
नजदीक से मारी…
करायी गयी अलग अलग प्राथमिकी
को अपने हिसाब से बल मिल जाता है. सूत्रों की इन बातों पर यदि यकीन की जाये, तो इस पूरे मामले की काफी बारीकी से जांच करने के बाद ही किसी पुख्ता अंजाम तक पहुंचा जा सकता है कि किसके दावे में सच्चाई है पुलिस या फिर जितेंद्र के परिजनों के. बहरहाल चिकित्सकीय जांच रिपोर्ट पर ही दोनों पक्ष की नजरें टिकी हुई है.
ज्ञात हो कि 20 अक्तूबर को ताजपुर में उपद्रवियों और पुलिस के बीच हुई भिड़ंत हुई थी. पुलिस की ओर से भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के आठ गोले दागे गये थे. थाने पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के मुताबिक भीड़ की ओर से पुलिस को लक्ष्य कर गोलियां चलायी गयी थीं. इसके साथ ही दंडाधिकारी के आदेश पर होमगार्ड जवानों ने छह चक्र गोलियां भी दागी थीं. इसी क्रम में जितेंद्र को गोली लगी और उसकी मौत हो गयी. पुलिस का दावा है कि भीड़ से चली गोली से ही जितेंद्र की जान गयी, जबकि मृतक के परिजन पुलिस की ओर से बरसायी गयी गोली लगने से मौत होने का दावा कर रहे हैं.
ताजपुर कांड
गोली की साइज को लेकर सस्पेंस बरकरार
बारीक जांच से ही खुलेगा किस हथियार से चली गोली

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