गलत जगह कूड़ा फेंकने पर जुर्माना
पहल. 38 दैनिक व 91 स्थायी कर्मियों को सौंपी गयी सफाई की जिम्मेवारी समस्तीपुर : नगर परिषद प्रशासन की फटकार का असर सड़कों पर दिखना शुरू हो गया है. स्थायी के साथ-साथ दैनिक सफाई कर्मचारी भी सफाई को गंभीरता से लेने लगे हैं. अभी कुछ दिनों पूर्व तक कूड़े के समय पर नहीं उठने से […]
पहल. 38 दैनिक व 91 स्थायी कर्मियों को सौंपी गयी सफाई की जिम्मेवारी
समस्तीपुर : नगर परिषद प्रशासन की फटकार का असर सड़कों पर दिखना शुरू हो गया है. स्थायी के साथ-साथ दैनिक सफाई कर्मचारी भी सफाई को गंभीरता से लेने लगे हैं. अभी कुछ दिनों पूर्व तक कूड़े के समय पर नहीं उठने से लोगों का जीना मुहाल हो गया था. कूड़ेदान के पास कूड़ा सड़कों पर फैला हुआ रहता था. कूड़े से उठने वाली दुुर्गंध से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. कूड़ा नहीं उठने से आवारा जानवर कूड़े को सड़कों पर फैला देते थे.
आमलोगों की शिकायत पर जब पार्षद सजग हुए तो नप ने पहले सफाई प्रभारी को बदला फिर, दैनिक सफाई कर्मियों के कार्यों की समीक्षा की गयी और कई दैनिक सफाई कर्मियों को हटाया भी गया. एक के बाद एक की गयी कार्रवाई ने कई संदेश देते हुए स्थायी के साथ-साथ दैनिक सफाई कर्मचारियों की कार्यप्रणाली में सुधार लाने को विवश कर दिया.
पहले नगर परिषद में कुल सफाई कर्मियों की संख्या अधिक थी, बावजूद सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही थी. 30 अक्तूबर से पूर्व 91 स्थायी व 186 दैनिक सफाई कर्मी, जिन्हें सफाई व्यवस्था की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी. समीक्षा के बाद फिलवक्त मात्र 38 दैनिक व 91 स्थायी कर्मियों को ही शहर की सफाई व्यवस्था की जिम्मेवारी सौंपी गयी और कम कर्मी में बेहतर सफाई व्यवस्था सड़कों पर झलक रही है.
सफाई व्यवस्था का हो रहा निरीक्षण : सफाई व्यवस्था को सुधारने के लिए जहां दो पालियों में सफाई कर्मचारी लगे हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों का भी अमला मैदान में उतर आया है. सिटी मैनेजर व सफाई प्रभारी के नेतृत्व में तैयार टीम सड़कों की साफ-सफाई का निरीक्षण कर रही है. यही टीम तय करेगी की शहर की सफाई व्यवस्था कैसी है. टीम अलग-अलग क्षेत्रों में निरीक्षण कर रही है. सोमवार को टीम ने ताजपुर रोड का निरीक्षण किया. इसमें पाया कि सफाई कर्मचारी बखूबी सफाई को अंजाम देते हुए शहर की सड़कों पर फेंके गये कड़े का उठाव कर रहे हैं.
लोगों को किया जायेगा जागरूक : शहर की सड़कों व गलियों में कूड़ा फेंका, तो अब जुर्माना लगेगा. ताकि, स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता आये. इस आशय का निर्देश जारी कर दिया गया है. इसके तहत अभियान चलाया जायेगा व कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ 50 से पांच हजार रुपये तक जुर्माना वसूला जायेगा. अस्पताल, होटल, कोचिंग सेंटर, घर आदि निशाने पर होंगे. बढ़ते कूड़े के ढेर और लोगों को महामारी से बचाने के लिए नप ने ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने और कूड़ा सही जगह डलवाने के तहत जुर्माना लगाने की योजना बनायी है.
जमादार ने की शिकायत
वार्ड नौ में तैनात जमादार रामशीष पासवान ने पार्षद पति पर साफ-सफाई नहीं करने देने की शिकायत नगर परिषद प्रशासन से की है. जमादार का कहना है कि उक्त वार्ड के लिए मेरे अलावा तीन स्थायी कर्मी की तैनाती की गयी है, ताकि वार्ड की साफ-सफाई बेहतर ढंग से की जा सके. जमादार ने बताया कि पार्षद पति ने उनसे आकर कहा कि कर्मियों की कमी है तो सफाई नहीं करें, जबकि तैनात कर्मियों के द्वारा नियमित साफ-सफाई की जा रही है.
सड़क पर कूड़ा फेंक कर हो जाते हैं निश्चिंत
शहर भ्रमण के दौरान यह देखा गया है कि नर्सिंग होम, होटल, मैरेज हॉल आदि के सामने भारी मात्रा में कचरा फेंका रहता है. इसे देखते हुए अभियान चलाकर कूड़ा फेंकने वालों को सतर्क किया जायेगा. नियम के तहत कूड़ा निस्तारण होना चाहिए. सात बजे से पहले घरों के बाहर कूड़ा निकाल दें. व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुद कंटेनर का प्रबंधन कर उसमें कूड़ा कचरा रखें, ताकि नगर परिषद का वाहन उसे उठा लें.