समस्तीपुर : वासना की आग ऐसी भड़की की पति पत्नी के रिश्ते को भी भूल गयी और जिसके साथ बारह साल पहले सात जन्मों का बंधन निभाने का वादा किया था. उसी की जान लेने पर उतारू हो गयी और प्रेमी संग मिलकर पति की हत्या कर डाली. कुछ ऐसा ही सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सामने आया. जब बिहार के समस्तीपुर में मुफस्सिल थाना के रानीटोल में रविवार की सुबह बेगूसराय जिले के बूढीवन निवासी दिलीप पाठक के शव मिलने के बाद मामले की जांच में जुटी पुलिस ने जब तारों को एक दूसरे से जोड़ना शुरू किया.
पुलिस अधीक्षक दीपक रंजन ने बताया कि दिलीप की हत्या उसकी पत्नी कंचन ने अपने से आधे उम्र के प्रेमी लक्ष्मण पासवान के साथ मिलकर की है. एसपी की मानें तो लक्ष्मण दिलीप के पुत्रों को ट्यूशन पढ़ाया करता था. इसी क्रम में उसकी पत्नी कंचन से उसकी नजदीकियां बढ़ी और दोनों एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाने लगे. इसके बाद लक्ष्मण ने कंचन को एक निजी स्कूल में शिक्षिका की नौकरी भी दिलायी.
पुलिस के समक्ष आरोपी लक्ष्मण ने बताया कि इस दौरान उसने परिवार वालों से छुपकर कंचन से शादी रचा ली. एसपी ने बताया मृतक दिलीप के मोबाइल को गरुआरा चौर से बरामद कर लिया गया है. गिरफ्तार कंचन और उसके प्रेमी लक्ष्मण को जेल भेजा जा रहा है. एसपी ने बताया कि घटना के बाद सदर डीएसपी मो तनवीर के नेतृत्व में गठित टीम ने 24 घंटे के भीतर मामले का उद्भेदन कर लिया.
दिलीप की पत्नी ने ही गाड़ी में रखा था हथियार
मुफस्सिल थाना के रानीटोल में रविवार की सुबह बरामद शव के मामले में पुलिस के खुलासे के बाद जो बातें सामने आयी है वो चौकाने वाली है. पुलिस के समक्ष गिरफ्तार लक्ष्मण ने बताया कि हत्या प्रयुक्त हथियार मृतक दिलीप की पत्नी कंचन ने ही बाइक की डिक्की में रखा था. जिसे लक्ष्मण ने तेघड़ा बाजार में धारदार बनवाया था. हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद लक्ष्मण कंचन के पास पहुंचा था. कंचन ने ही लक्ष्मण के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी.
पुलिस को दिये बयान पर लक्ष्मण ने कहा है कि वो सम्मोहन विद्या का जानकार है और इसी बदौलत उसने दिलीप के परिवार में पहले तो अपनी पैठ बनायी फिर कंचन के साथ उसके संबंध हो गये. उसके और कंचन के संबंधों की जानकारी कुछ समय से परिवार के लोगों को हो गयी थी. जिसका परिवार वाले विरोध कर रहे थे. प्रेमी से मिलने में बाधा आते देख कंचन ने लक्ष्मण के साथ मिलकर दिलीप को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली.
इसी को अंजाम देने के लिये शनिवार को लक्ष्मण ने दिलीप से ससुराल के पास नदी किनारे जप करने की बात कही. साथ ही जप के बाद संपत्ति में बढ़ोतरी होने का भी भरोसा दिया. लक्ष्मण के सम्मोहन पर पूर्व से विश्वास होने के कारण दिलीप समस्तीपुर आने का तैयार हो गया. शनिवार की शाम दोनों एक ही बाइक से समस्तीपुर के लिये चले.
जप करने को बांध पर बैठा था दिलीप
रानीटोल पहुंचने के बाद लक्ष्मण ने पान दुकान से पूजा की सामग्री खरीदा. इसके बाद नदी किनारे जाकर दिलीप से पूजा करने को कहा. पूजा की प्रारंभिक विधि समाप्त होने बाद लक्ष्मण ने दिलीप से 15 मिनट तक आंख बंद कर ध्यानमग होने की नसीहत दी. मृतक के ध्यानमग होने के बाद लक्ष्मण ने बाइक की डिक्की से धारदार हथियार निकाला और पीछे से उसकी गर्दन पर वार कर दिया. जिससे दिलीप वही ढेर हो गया. दिलीप के मरने के बाद लक्ष्मण वहां से बाइक से वापस बेगूसराय लौट गया.
मोबाइल में मिला कंचन को किये 13 सौ कॉल रिकार्ड
पुलिस के अनुसंधान में जो बातें छनकर सामने आयी है उसके अनुसार कंचन अपने आधी उम्र के अपने आशिक के प्यार में इस तरह पागल थी कि दोनों ने 13 सौ से अधिक कॉल किये. इसमें कई कॉल को रात के समय हुआ है जिसमें एक घंटे से भी अधिक समय तक दोनों के बीच बातचीत हुई है. उसके अनुसार लक्ष्मण दिलीप के दोनों पुत्रों को करीब डेढ वर्ष से ट्यूशन पढ़ाया करता था. इसी क्रम में कंचन उसके संपर्क में आयी. लक्ष्मण ने कंचन को तराई स्थित एक पब्लिक स्कूल में एक साल पूर्व शिक्षिका के तौर पर रखवाया था. इसके बाद दोनों के बीच संबंध ने परवान छूना शुरू किया. लक्ष्मण की मानें तो पिछले नौ माह से कंचन के साथ उसका शारीरिक संबंध था.
कंचन के साथ रानीटोल भी आ चुका है लक्ष्मण
पूछताछ के दौरान लक्ष्मण ने पुलिस को बताया कि कंचन के साथ वह उसके मायके रानीटोल भी आ चुका है. रानीटोल में हत्या के सवाल पर लक्ष्मण का कहना है कि उसकी मंशा थी कि दिलीप की हत्या का आरोप कंचन के मायके वालों पर लगे और वे दोनों बेदाग बच जाये. लेकिन, उसकी मंशा नाकामयाब हो गयी.
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