दूसरी शादी करने पहुंचा दूल्हा बना बरातियों संग बंधक, लड़की के घर पहुंच कर दूल्हे की पत्नी ने खोला राज
सुरसंड (सीतामढ़ी) : पत्नी के रहते दूसरी शादी रचाने आये सहनियापट्टी में बुधवार रात दूल्हे व बरातियों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. ग्रामीणों ने दूल्हे व बरात में शामिल परिजनों की जमकर पिटाई की. सूचना पर पुलिस बल के साथ पहुंचे दारोगा करीमन यादव को ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा. अंततः पुलिस को वहां […]
सुरसंड (सीतामढ़ी) : पत्नी के रहते दूसरी शादी रचाने आये सहनियापट्टी में बुधवार रात दूल्हे व बरातियों को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. ग्रामीणों ने दूल्हे व बरात में शामिल परिजनों की जमकर पिटाई की. सूचना पर पुलिस बल के साथ पहुंचे दारोगा करीमन यादव को ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा. अंततः पुलिस को वहां से बैरंग वापस लौटना पड़ा. बुधवार रात से गुरुवार को 11 बजे दिन तक चले हाई वोल्टेज ड्रामे का समापन पंचायती के बाद हुआ.
बहन-बहनोई करा रहे थे शादी
नगर थाने के मेहसौल पश्चिमी पंचायत के मोहनपुर वार्ड नंबर-8 निवासी रामभरोस राम के पुत्र विक्रम कुमार राम की शादी सहनियापट्टी निवासी रामभजन राम की पुत्री रिंकी कुमारी से तय हुई थी. लड़की के पिता ने दूल्हे को दहेज के अलावा एक बाइक भी खरीद कर दी थी. लड़का के शादीशुदा होने की जानकारी लड़की के पिता को नहीं दी गयी थी. विक्रम की बरात उसके गांव से न आकर उसकी बहन पिंकी देवी और बहनोई महेशी राम के घर नगर थाने के भासेपुर पकड़ी के समीप स्थित लक्ष्मीपुर से आयी थी. शादी विक्रम की बड़ी बहन पुनो देवी व बहनोई बिलटु राम ने तय की थी. वह बेला थाने के चांदी रजबारा गांव के रहनेवाले हैं.
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लड़की के घर पहुंची पहली पत्नी, तो खुला मामला
विक्रम की पहली पत्नी निशा देवी को सूचना मिली कि उसका पति सहनियापट्टी गांव में शादी कर रहा है. शादी की रस्म शुरू होने के पूर्व ही विक्रम की पत्नी निशा देवी सहनियापट्टी पहुंची. लड़की के परिजनों समेत ग्रामीणों से सारी बात बतायी. निशा की बात ग्रामीण भौंचक रह गये. उन्होंने दूल्हे व बरातियों को बंधक बनाने के बाद जम कर पिटाई की. लड़का पक्ष को बंधक बनाये जाने की सूचना पर मेहसौल पश्चिमी पंचायत के मुखिया भिखारी राय ग्रामीणों के साथ सहनियापट्टी गांव के मुखिया के घर पहुंचकर घटना की जानकारी ली. मुखिया प्रतिनिधि मोहन राय, पैक्स अध्यक्ष हरेंद्र राय, पूर्व सरपंच राजेश मंडल समेत वहां उपस्थित दर्जनों ग्रामीणों के समक्ष बाइक व दहेज के रूप में लिये गये 1.40 लाख रुपये लौटाये जाने के बाद मामला शांत हुआ. उसके बाद दूल्हे व बरातियों को ग्रामीणों ने मुक्त कर दिया.
पति को छोड़ निशा ने की थी दूसरी शादी
निशा देवी के भिट्ठा ओपी के हनुमान नगर निवासी शिवेंद्र मंडल की पुत्री है. निशा की शादी 10 वर्ष पूर्व थाना क्षेत्र के विररख निवासी देवेंद्र मंडल के पुत्र सुनील मंडल के साथ हुई थी. निशा को तीन बच्चे भी हुए. एक पुत्र शिवम् 8, पुत्री खुशबू 7 व दूसरा पुत्र कुश 5 साल का है. तीन बच्चे की मां बनने के बाद निशा ने परिवार नियोजन करा लिया. उसके बाद आर्थिक तंगी झेल रही निशा आरसीएम में बतौर एजेंट का कार्य करने लगी. विक्रम भी आरसीएम में ही एजेंट का काम करता था. इस दौरान चार वर्ष पूर्व दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग हो गया. निशा ने तीनों बच्चों को अपने पति सुनील मंडल के पास छोड़ दिया. सीतामढ़ी के जानकी मंदिर में विक्रम के साथ विवाह कर लिया. विक्रम ने निशा को मोहनपुर गांव स्थित मध्य विद्यालय में बतौर रसोइया के पद पर बहाल करा दिया. निशा अब मां नहीं बन सकती थी, तब विक्रम ने बहन के साथ मिल कर दूसरी शादी करने का मन बना लिया. इसमें वह सफल नहीं हो सका. हालांकि, मोहनपुर जाने से डर रही निशा ने थानाध्यक्ष अजय कुमार से अपनी आपबीती सुनायी. थानाध्यक्ष ने निशा को महिला थाना सीतामढ़ी भेज दिया. निशा के पास मतदाता पहचान पत्र व आधार कार्ड भी है, जिस पर पति का नाम विक्रम कुमार व पता में मोहनपुर दर्ज है.