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पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर नक्सली हमले में मुंशी समेत कई मजदूर घायल, बम विस्फोट कर जेसीबी और बाइक फूंकी

समस्तीपुर / मोरवा : जिले के हलई ओपी के डिहिया पुल के समीप पटना की एसएस लक्ष्मण पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर नक्सलियों ने हमला बोल दिया. जेसीबी, बाइक और मजदूरों के टेंट में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी. पुलिस मुर्दाबाद और माओवादी जिंदाबाद के नारे भी लगाये. मंगलवार की रात करीब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 5, 2018 2:53 PM

समस्तीपुर / मोरवा : जिले के हलई ओपी के डिहिया पुल के समीप पटना की एसएस लक्ष्मण पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर नक्सलियों ने हमला बोल दिया. जेसीबी, बाइक और मजदूरों के टेंट में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी. पुलिस मुर्दाबाद और माओवादी जिंदाबाद के नारे भी लगाये. मंगलवार की रात करीब दो दर्जन की संख्या में पहुंचे नक्सलियों ने कैंप पर दर्जनों राउंड फायरिंग की. बमबारी कर टीन से बने टेंट को उड़ा दिया. मुंशी समेत आधा दर्जन मजदूरों को जमकर पीटा, जिससे वे गंभीर रूप से जख्मी हो गये. जाते-जाते मजदूरों के मोबाइल और नकदी छीनकर चलते बने. नक्सलियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच बतायी जा रही है. सूचना मिलने के बाद एएसपी विजय कुमार व ओपी अध्यक्ष राजा घटनास्थल का दौरा कर छानबीन में जुटे हैं. पुलिस के जवान घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं.

क्या है मामला

रात करीब एक बजे हथियारबंद नक्सलियों का दस्ता पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप पर पहुंच कर अंधाधुंध फायरिंग करने लगा. इसी बीच, कुछ नक्सलियों ने जेसीबी, बाइक, जनरेटर और शेड में पेट्रोल छिड़क कर आग फूंक दी. शोर सुनकर कुछ मजदूर और मुंशी टेंट से बाहर निकले, तो उन्हें बुरी तरह पीटा गया. इसमें जेसीबी का ड्राइवर दिल मोहम्मद, मुंशी आनंद कुमार, मजदूर इशाद समेत आधा दर्जन लोगों घायल हो गये. गोलियों की तड़तड़ाहट और बम के धमाकों के बीच नक्सली मजदूरों के नकदी और मोबाइल लूट कर नारा लगाते हुए चलते बने. पीड़ित मजदूरों ने बताया कि पहले तो गोलियों से भूनने की बात कही, लेकिन जब जेसीबी के जलने से लौ तेज हुई और चारों ओर चीख-पुकार मचने लगा, तो नक्सली बांध के रास्ते निकल गये. घटना की जानकारी तत्काल हलई पुलिस को दी गयी. मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है.

1.2 करोड़ की लागत से हो रहा पुल निर्माण

ताजपुर-हलई पथ स्थित डिहिया गांव से गुजरने वाली नून नदी की धारा पर पुराने पुल के नजदीक ही नया पुल निर्माण कराया जाना है. इस पर करीब 1.2 करोड़ रुपये का खर्च आने की उम्मीद है. प्रक्रिया पूरी करने के बाद इस पुल निर्माण की जिम्मेवारी पटना की एसएस लक्ष्मण नामक कंपनी को सौंपी गयी है. करीब एक साल पूर्व पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. कंपनी के इस बेस कैंप में झारखंड और बंगाल के करीब दो दर्जन मजदूर काम करते हैं. सूत्रों की मानें पूर्व में रंगदारी की मांग की जा चुकी है.

मैनेजर ने दर्ज करायी प्राथमिकी

एसएस लक्ष्मण कंपनी के मैनेजर प्रेम कुमार साह ने घटना के बाबत प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें घटनाक्रम का जिक्र करते हुए पुलिस को मंगलवार की रात हुई बेस कैंप की समग्र घटना से अवगत कराया गया है.

कहते हैं अधिकारी

समस्तीपुर के प्रभारी एसपी सुजीत कुमार ने बताया कि यह नक्सली घटना नहीं है. यह पूरी तरह से आपराधिक मामला है. कंस्ट्रक्शन कंपनी के मैनेजर की ओर से घटना को लेकर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी जा रही है. वैसे पुलिस सभी बिंदुओं को ध्यान में रख कर जांच में जुटी है.

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