ईंट से कूच हत्या करने के मामले में नहीं मिला सुराग

समस्तीपुर : शहर के बूढ़ी गंडक नदी किनारे स्थित मोक्षधाम के समीप एक अज्ञात विवाहिता की ईंट से कूच कर मार दिये जाने की घटना ब्लाइंड मर्डर बन कर रह गया. मुफस्सिल पुलिस को इस घटना में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. घटना के छह दिनों बाद भी पुलिस के हाथ पूरी तरह से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2019 5:45 AM

समस्तीपुर : शहर के बूढ़ी गंडक नदी किनारे स्थित मोक्षधाम के समीप एक अज्ञात विवाहिता की ईंट से कूच कर मार दिये जाने की घटना ब्लाइंड मर्डर बन कर रह गया. मुफस्सिल पुलिस को इस घटना में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. घटना के छह दिनों बाद भी पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली है.

न तो पुलिस मृत महिला की पहचान करवा पायी और न ही हत्यारों तक पहुंच पायी़ पहचान कराने के नाम पर उसकी लाश को 72 घंटे तक पोस्टमार्टम रूम में रखकर उसका डिस्पोजल करवा दिया गया़ अब पुलिस ने अनुसंधान के नाम पर मात्र मृत महिला के कपड़े एवं उस ईंट को सुरक्षित रख रखा है जिससे कूच कर उसकी हत्या की गयी थी़ इधर, अस्पताल सूत्रों की माने, तो पोस्टमार्टम में भी इसका खुलासा हो गया है कि उसकी हत्या ईंट से मार-मार कर ही की गयी है़
चेहरे के अलावे मृत महिला के शरीर के किसी हिस्से पर चोट व जख्म के निशान नहीं मिले थे़ इतना ही नहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि महिला चार महीने की गर्भ से थी. उसकी हत्या के समय किसी तरह का यौन हमला भी नहीं हुआ था़
मुख्य बातें
घटना के छह दिन बाद भी इस मामले में पुलिस के हाथ है खाली
बूढ़ी गंडक नदी किनारे स्थित मोक्षधाम काली मंदिर के समीप गड्ढे में मिली थी लाश
हत्यारों ने ईंट मार-मार कर महिला के चेहरे को कूच दिया था
29 मार्च की सुबह मिली थी लाश
उस महिला की लाश 29 मार्च की सुबह बाइपास रोड पर स्थित मोक्षधाम काली मंदिर के पीछे गड्ढे में मिली थी़ मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने गड्ढ़े में लाश को देख इसकी सूचना मुफस्सिल पुलिस को दी थी़
पहचान मिटाने के लिए लाश के चेहरे को हत्यारों ने ईंट से कूच दिया था़ मृत महिला ने सलवार सूट पहन रखा था़ मंदिर परिसर में स्थित उक्त गड्ढ़े में खून के धब्बे भी मिले थे साथ ही साथ बाइपास सड़क से लेकर घटनास्थल तक महिला के घसीटे जाने के निशान भी मिले थे.
पास से मिला था रेल टिकट
पोस्टमार्टम के दौरान महिला के कपड़े से गोरखपुर से समस्तीपुर तक का रेल टिकट भी मिला था. जो सामान्य श्रेणी का था और उसे गोरखपुर में 27 मार्च की रात करीब साढ़े दस बजे कटवाया गया था़ लेकिन सूत्रों की मानें तो इस घटना को पुलिस ने गंभीरता से लेकर अनुसंधान ही नहीं किया़ जिस वजह से न तो उसकी पहचान हो पायी और न ही हत्यारों को गिरफ्तार किया जा सका.

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