कैसे बुझेगी आग, पानी के लिए तड़प रहा अग्निशमन विभाग

समस्तीपुर : जिले का अग्निशमन विभाग पिछले कई वर्षों से संसाधन व कर्मियों की कमी से जूझ रहा है़ न तो यहां क्षेत्रफल के मुताबिक समुचित संख्या में दमकल गाड़ियां हैं औन न ही चालक व कर्मी. खासकर पानी की समस्या का हल आजतक जिला प्रशासन नहीं ढूंढ पाया है़ जिले में एक स्थान भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2019 1:19 AM

समस्तीपुर : जिले का अग्निशमन विभाग पिछले कई वर्षों से संसाधन व कर्मियों की कमी से जूझ रहा है़ न तो यहां क्षेत्रफल के मुताबिक समुचित संख्या में दमकल गाड़ियां हैं औन न ही चालक व कर्मी. खासकर पानी की समस्या का हल आजतक जिला प्रशासन नहीं ढूंढ पाया है़ जिले में एक स्थान भी ऐसा नहीं है जहां हाईड्रेंट की व्यवस्था की गयी हो़, वह विभाग जो खुद प्यासा हो और पानी के लिए तड़प रहा हो उससे अगलगी की घटनाओं में क्या उम्मीद की जा सकती है. चार वर्ष पूर्व जिले के सदर अनुमंडल, दलसिंहसराय, रोसड़ा एवं पटोरी अनुमंडलों में दमकल की कुल नौ बड़ी गाड़ियां थीं.

जिसमें जर्जर हो चुकी तीन गाड़ियों को विभाग ने निलाम कर दिया है़ अब मात्र छह बड़ी दमकल गाड़ियां हैं. जिसमें से दो-दो गाड़ियां पटोरी एवं सदर अनुमंडल एवं एक-एक गाड़ियां रोसड़ा व दलसिंहसराय अनुमंडल के पास मौजूद है. जो करीब 22 वर्ष पुरानी हो चुकी है़ या यूं कहें कि अब ये गाड़ियां खुद वेंटिलेटर पर अंतिम सांसे गिन रही हैं. इन गाड़ियों के पंप तक जवाब दे चुके हैं. टंकी खाली होने के बाद वे पानी नहीं खींच पाती है. जिस वजह से आपदा की घड़ी में विभाग की ये गाड़ियां कोई खास काम नहीं आती. लोग भगवान के भरोसे ही आग पर काबू पाते हैं.

पीएचइडी के पानी के भरोसे है विभाग : अग्निशमन विभाग की दमकल गाड़ियों में पानी भरने के लिए हाईड्रेंट की कहीं भी व्यवस्था नहीं है. सदर अनुमंडल में पुरानी बस स्टैंड के सामने एवं जितवारपुर स्थित पीएचइडी के बोड़िंग के भरोसे ही काम चलता है़ इसमें भी रात के समय पुरानी बस स्टैंड के सामने स्थित पीएचइडी के पानी टंकी से दमकल को पानी नहीं मिल पाता है़ अगलगी की घटना के बाद पानी का खोज शुरू होता है़

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