धूल भरी आंधी के बाद हुई हल्की बारिश, मिली राहत
कई स्थानों पर पेड़-पौधे व झोपड़ियां हुईं तबाह शहरी व ग्रामीण इलाकों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था चरमरायी आम व लीची फसल को आंशिक नुकसान समस्तीपुर : जिले में बुधवार की संध्या धूल भरी आंधी आयी. इसके असर से कई स्थानों पर पेड़-पौधों को हल्का नुकसान पहुंचा. ग्रामीण इलाकों में कई झोपड़ियां तबाह हो गयीं. आम […]
कई स्थानों पर पेड़-पौधे व झोपड़ियां हुईं तबाह
शहरी व ग्रामीण इलाकों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था चरमरायी
आम व लीची फसल को आंशिक नुकसान
समस्तीपुर : जिले में बुधवार की संध्या धूल भरी आंधी आयी. इसके असर से कई स्थानों पर पेड़-पौधों को हल्का नुकसान पहुंचा. ग्रामीण इलाकों में कई झोपड़ियां तबाह हो गयीं. आम और लीची फसल को आंशिक नुकसान पहुंचा है. कई स्थानों पर विद्युत व्यवस्था चरमरा गयी है. जितवारपुर पीएसएस से जुड़े फीडर ब्रेक डाउन में चले गए.
हल्की बारिश के बाद लोगों को थोड़ी देर के लिए उमस भरी गर्मी से राहत मिली. हालांकि कुछ ही देर बाद से वापस उमस भरी गर्मी का दौड़ शुरू हो गया. बताते चलें कि पुरवा हवा के तेज झोंके साथ बुधवार के दिन की शुरुआत हुई थी. सूरज के परवान चढने से पहले तक तो कुछ राहत थी. परंतु जैसे ही आसमान से सूरज की तीखी किरणें परवान चढी लोगों का जीना मुहाल हो गया. भीषण उमस भरी गर्मी ने दिन भर सताया.
दोपहर साढे तीन बजते-बजते अचानक आसमान की रंगत बदलने लगी. देखते ही देखते धूल भरी आंधी का दौड़ शुरू हो गया. करीब आधे घंटे तक जोरदार रफ्तार से पछुआ हवा के साथ आंधी चलती रही. एक अनुमान के मुताबिक आंधी की रफ्तार 40 से 50 किलो मीटर प्रति घंटे आकी जा रही है. इस तेज रफ्तार आंधी के दौरान शहरी इलाकों में कई दुकानों के शेड उड़ गये. जगह-जगह प्रचार के लिए लगाये गये फ्लैक्स व टीन के चदरे उड़ गये. उधर, ग्रामीण इलाकों में आंधी के कारण झोपड़ियां उखड़ गयी. जिससे लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है.
आम व लीची के तैयार हो रहे फल पेड़ से झड़ गये. इसके विपरीत हल्की वर्षा के बाद सब्जी उत्पादक किसानों ने थोड़ी राहत ली है. उधर, दलसिंहसराय में आंधी के कारण कई बिजली के खंभे झुक गये हैं. जगह-जगह बिजली के तार भी लट गये हैं. जिसके कारण शहरी व ग्रामीण इलाकों में विद्युत आपूर्ति बुरी तरह से चरमरा गयी है. विभाग के अधिकारी अपने कर्मियों के साथ इसे दुरूस्त करने में जुट गये हैं.