रोसड़ा / हसनपुर : हसनपुर आरपीएफ चौकी के दारोगा ने प्रेम-प्रसंग का विरोध करने पर प्रेमिका के संग मिल कर पत्नी को मौत के घाट उतार दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद लाश को हसनपुर बाजार से दो किलोमीटर दूर हहैया नाला स्थित श्मशान में आग के हवाले कर दिया गया. हसनपुर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ पोस्ट इंचार्ज के रूप में तैनात आरोपित सब इंस्पेक्टर छपरा निवासी तारकेश्वर यादव की पत्नी ललिता देवी के मायकेवालों की सूचना पर शुक्रवार को हसनपुर पुलिस श्मशान में जलती चिता के पास पहुंची. गुरुवार देर रात घटित घटना के बाद से आरोपित दारोगा हसनपुर बाजार के मछुआ टोली में गोविंद चौधरी के के मकान स्थित किराये के कमरे में ताला लगाकर अपने तीन मासूम बच्चों के साथ गायब चल रहा है. बताया जाता कि आरोपित दारोगा संदिग्ध परिस्थिति में गुरुवार देर रात पत्नी को अचेत अवस्था में गाड़ी में लादकर बच्चों के साथ कहीं जा रहा था. शुक्रवार को जब छपरा से ललिता के मायकेवाले पहुंचे, तो पुलिस और लोगों को हत्या की बात का पता चला.
दारोगा, अज्ञात प्रेमिका और अज्ञात पर प्राथमिकी
घटना को लेकर मृतका ललिता देवी के पिता छपरा जिले के रिवीलगंज थाने के मोहम्मदपुर निवासी गौतम यादव ने छपरा जिले के खैरा थाने के मकसूसपुर निवासी दारोगा दामाद तारकेश्वर यादव और उसकी अज्ञात प्रेमिका के अलावा तीन-चार अज्ञात लोगों पर पुत्री की हत्या कर लाश गायब कर देने का आरोप लगाते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. हत्या का कारण पति के प्रेम-प्रसंग का विरोध किया जाना बताया गया है. प्राथमिकी में मृतका के पिता ने कहा है कि 12 साल पहले उसके पुत्री ललिता की शादी तारकेश्वर यादव से हुई थी. शादी के छह माह बाद दामाद को आरपीएफ के कॉन्स्टेबल पद पर में नौकरी लग गयी. नौकरी के दौरान पूर्णिया कोर्ट, मधेपुरा आदि जगहों पर उसके दामाद की तैनाती रही. इस दौरान ललिता को दो पुत्री और एक पुत्र भी हुआ. हसनपुर आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी के रूप में तैनाती के बाद दामाद-पुत्री, बच्चे-बच्चियों के साथ हसनपुर बाजार में ही किराये के मकान में रहते थे.
विरोध करने पर ललिता की होती थी पिटाई
उन्होंने आरोप लगाया है कि बीते छह माह से दामाद उसकी पुत्री ललिता को रोज मारपीट और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था. उसकी पुत्री ने प्रताड़ना का कारण पूछने पर कहा था कि दामाद तारकेश्वर यादव का आरपीएफ में ही पदस्थापित किसी लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा है. वह प्रत्येक दिन उसे साथ कमरे में लाकर रहते हैं. विरोध करने पर अपने पिता के घर चले जाने अन्यथा जान से मार देने की धमकी देते थे. गुरुवार शाम चार बजे के करीब ललिता ने उसे कहा था कि पति और उसकी प्रेमिका अब उसे जान से मार देंगे. शाम छह बजे के करीब उसे पता चला कि दामाद और उसकी प्रेमिका ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर उसकी पुत्री की हत्या कर साक्ष्य छिपाने के लिए लाश कहीं गायब कर दिया है. सूचना पर शुक्रवार को जब वह हसनपुर पहुंचे, तो मकान मालिक और स्थानीय लोगों ने पुत्री की लाश व बाल-बच्चे के साथ चार चक्का वाहन से दामाद के कहीं चले जाने की जानकारी दी. साथ ही कहा है कि घटना के बाद दामाद तारकेश्वर यादव के मोबाइल पर भी संपर्क किया, तो वह कुछ-कुछ बहाना बता कर स्विच ऑफ कर लिया.
मामले में होगी फॉरेंसिक जांच
हसनपुर थानाध्यक्ष चंद्रकांत गौरी ने बताया कि ललिता के पिता के आवेदन के आलोक में आरपीएफ सब इंस्पेक्टर तारकेश्वर यादव उसकी अज्ञात प्रेमिका व तीन चार अज्ञात लोगों के खिलाफ उसकी हत्या करने वह साक्ष्य छिपाने की नीयत से लाश गायब कर देने या जला देने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर वैज्ञानिक तरीके से तहकीकात शुरू कर दी गयी है. अनुसंधान में फॉरेंसिक जांच का भी सहारा लिया जायेगा. लाश जलाये जाने की सूचना पर नाला स्थित शमशान में एक जलती चिता का मुआयना किया गया है. लाश लगभग पूर्णतया जल चुकी थी. कमरे का भी बारीकी से मुआयना किया गया है. आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. तारकेश्वर यादव आरपीएफ पोस्ट पर अपनी ड्यूटी से भी फरार चल रहा है. बहुत जल्द कांड का उद्भेदन कर लिया जायेगा.