डायरिया ने पसारा पांव
समस्तीपुर : बरसात के बाद निकल रही तेज धूप का लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पर रहा है़ गर्मी की वजह से लोग डायरिया के चपेट में आ रहे हैं. यह खासकर बच्चों एवं बुजुर्गों को अपना शिकार बना रहा है़ जिले के कई गांवों इसने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है. हाल […]
समस्तीपुर : बरसात के बाद निकल रही तेज धूप का लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पर रहा है़ गर्मी की वजह से लोग डायरिया के चपेट में आ रहे हैं. यह खासकर बच्चों एवं बुजुर्गों को अपना शिकार बना रहा है़ जिले के कई गांवों इसने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है. हाल के कुछ दिनों में अस्पतालों में डायरिया के मरीजों की संख्या काफी बढ़ गयी है.
सिर्फ सदर अस्पताल के ओपीडी में प्रतिदिन दर्जनों मरीज उल्टी दस्त की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं. जिनमें दो से तीन मरीजों को प्रतिदिन इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया जा रहा है. सोमवार को भी धरमपुर के मो़ मौसम की 15 वर्षीया पुत्री जूली खातून को गंभीरावस्था में इलाज के लिए इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया.
रविवार को मथुरापुर के रामाशंकर महतो की पत्नी मोहिनी देवी को भी उल्टी-दस्त की शिकायत पर इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था़ इससे पूर्व पंजाबी कॉलोनी की रबिया खातून, अब्दुल रहमान एवं रोसड़ा के गुंजन सोनी आदि को भी इमरजेंसी वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ़ नागमणि राज का कहना है कि बच्चों एवं बुजूर्गों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है जिस वजह से वे किसी भी तरह के संक्रमण से जल्दी बीमार पड़ जाते हैं. ऐसे मरीजों के शरीर में पानी काफी कम पड़ जाता है.
पीड़ित मरीज को पानी का लेबल बनाये रखने के लिए ओआरएस का घोल पिलाना चाहिए और ससमय डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए.