मॉब लिंचिंग का शिकार होने से बचे चाइल्ड लाइन के कर्मी
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भटके बच्चे को बाइक से ले जा रहे थे चाइल्ड लाइन होम
वारिसनगर :मथुरापुर ओपी के दरभंगा-समस्तीपुर मुख्य पथ पर झिल्ली चौक के नजदीक सोमवार की दोहर एक भटके बालक को बाइक से ले जा रहे दो चाइल्ड लाइन कर्मी मॉब लिंचिंग का शिकार होते-होते बचे. जानकारी के अनुसार, कल्याणपुर प्रखंड के चकमेहसी थाने की पुलिस को ग्रामीणों ने नौ वर्षीय एक भटके बालक को सौंपा था.
चकमेहसी पुलिस ने चाइल्ड लाइन होम समस्तीपुर को इसकी सूचना दी. जहां से मुकेश कुमार एक अन्य कर्मी के साथ बाइक से उसे समस्तीपुर ला रहे थे. इसी बीच झिल्ली चौक के पास जब वे पहुंचे, तो सड़क पर जाम लोगों को देख कर बालक रोने लगा. लोगों ने बाइक रोक कर कर्मी को बच्चा चोर समझ मारने पर उतारू हो गये.
इस बीच दोनों कर्मियों ने बाइक की डिक्की से पुलिस द्वारा बच्चे को सौंपने से सम्बन्धी कागजात दिखाये. परन्तु लोगों को विश्वास नहीं हुआ. इस बीच लोगों ने ओपी पुलिस को इसकी सूचना दी. इस संदर्भ में ओपी अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि सूचना पर जब वे पुलिस बल के साथ पहुंचे तो देखा कि भीड़ इकट्ठी होकर एक बाइक को रोके हुये है. आवश्यक कागजातों की जांच के बाद दोनों कर्मियों को बच्चे के साथ गंतव्य को भेजा गया.