विदेश में पहली महिला ऑफिसर के रूप में तैनात हुईं अंजलि सिंह
वारिसनगर के मकसूदपुर गांव की हैं मूल निवासी वारिसनगर : प्रखंड के धुरलख पंचायत स्थित मकसूदपुर गांव के सेना से सेवानिवृत्त फ्लाइट लेफ्टिनेंट अधिकारी मदन प्रसाद सिंह की पुत्री अंजलि सिंह ने रूस के मास्को में वायु सेना की तरफ से डिप्टी एयर अटैची के रूप में जिम्मेदारी संभाल कर जिला का नाम पूरे देश […]
वारिसनगर के मकसूदपुर गांव की हैं मूल निवासी
वारिसनगर : प्रखंड के धुरलख पंचायत स्थित मकसूदपुर गांव के सेना से सेवानिवृत्त फ्लाइट लेफ्टिनेंट अधिकारी मदन प्रसाद सिंह की पुत्री अंजलि सिंह ने रूस के मास्को में वायु सेना की तरफ से डिप्टी एयर अटैची के रूप में जिम्मेदारी संभाल कर जिला का नाम पूरे देश मे रौशन किया है. 10 सितंबर को रूस की राजधानी मास्को में अपना पद संभाला है.
यह किसी भी भारतीय मिशन के तहत विदेश में तैनात होने वाली पहली महिला बनी है. परिजन बताते हैं कि अंजलि तीन बहन व एक भाई में दूसरे नंबर पर है. शुरुआत से ही उसको पिता का सानिध्य प्राप्त रहा. उसकी प्रारंभिक पढ़ाई पंजाब के जालंधर में हुई.
फिर पिता के नासिक तबादले के बाद नासिक से इंटर कर पुणे यूनिवर्सिटी से टेलिकम्यूनिकेशन में इंजीनियरिंग कर यूपी के कोटद्वार में किसी कंपनी मे दो वर्षों तक कार्य किया. फिर वर्ष 2002 मे अंजली का चयन विंग कमांडर के रूप मे किया गया. वर्ष 2010 मे इनकी शादी बेगूसराय के महना निवासी इंजीनियर राज कुमार सिंह के साथ हुई. 17 वर्षों तक अपनी सेवा सेना मे देने के बाद विदेश मे तैनात होने वाली पहली महिला बनने पर उनके परिजन काफी प्रसन्न हैं.
घर पर अंजलि के चाचा उच्च विद्यालय बहेड़ा से सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक जनार्दन प्रसाद सिंह, मार्कण्डेय प्रसाद सिंह व दिलीप कुमार सिंह, चचेरा भाई मदन प्रसाद सिंह, भतीजा हिमांशु कुमार सिंह व भतीजी ज्योति सिंह काफी रोमांचित नजर आयी.