पॉलीवाल ड्रग एजेंसी डकैती कांड का मास्टरमाइंड धराया

एसआइटी ने मालगोदाम चौक से हथियार के साथ पकड़ा ड्रग एजेंसी डकैती में शामिल चार अपराधियों की हो चुकी है गिरफ्तारी समस्तीपुर : पॉलीवाल ड्रग एजेंसी डकैती कांड का मास्टरमाइंड मनीष कुमार उर्फ मनी राम उर्फ मनिया को एसआइटी ने गिरफ्तार कर लिया है. मनिया के पास से एक देशी कट्टा व दो जिंदा गोली […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2019 12:13 AM

एसआइटी ने मालगोदाम चौक से हथियार के साथ पकड़ा

ड्रग एजेंसी डकैती में शामिल चार अपराधियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
समस्तीपुर : पॉलीवाल ड्रग एजेंसी डकैती कांड का मास्टरमाइंड मनीष कुमार उर्फ मनी राम उर्फ मनिया को एसआइटी ने गिरफ्तार कर लिया है. मनिया के पास से एक देशी कट्टा व दो जिंदा गोली भी बरामद की है. सोमवार को नगर थाना पर आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेंस में सदर डीएसपी प्रितिश कुमार ने इसका खुलासा किया.
इस डकैती की घटना के बाद से मनिया लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था. कुख्यात मनिया की गिरफ्तारी के लिए एसपी विकास बर्मन ने सदर डीएसपी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया था़, जिसमें नगर थानाध्यक्ष सीताराम प्रसाद, मुफस्सिल थानाध्यक्ष विक्रम अचार्य, पुअनि. संजय कुमार, सअनि. अनिल कुमार, सेक्टर जवान गणेश कुमार, कौशल कुमार, अनिल कुमार, नवनीत कुमार एवं निशांत रंजन शामिल थे. एसआइटी को मनिया के शहर में पहुंचने की सूचना मिली. इसके बाद पूरे शहर की नाकेबंदी कर उसे शहर के मालगोदाम चौक के समीप से पकड़ लिया गया.
डीएसपी ने बताया कि नौ अक्तूबर की रात मनिया ने अपने सात शार्गिदों के साथ शहर के स्टेशन रोड स्थित पॉलीवाल ड्रग एजेंसी में डाका डाला था. घटना के बाद पुलिस ने उसके चार साथियों क्रमश: मो़ अमजद, मो़ अहमद उर्फ पल्सर, राजू उर्फ बिट्टू चौधरी एवं अभिषेक कुमार उर्फ हनी को बारी-बारी से गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
डीएसपी के अनुसार पालीवाल घटना में मनिया की मुख्य भूमिका थी. इसी ने अपराधियों को इकट्ठा करवाकर घटना को अंजाम दिया था. इसके अलावा नगर, मुफस्सिल, विद्यापतिनगर एवं दरभंगा में लूट, आर्म्स एक्ट आदि के कई मामलों में भी यह शामिल था.
पूर्व में भी घोषलेन में लूट की एक घटना को अंजाम दिया था. जिसमें उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी. मनिया ने कई कांडों में अपनी संलिप्ता भी स्वीकार कर ली है. पुलिस सूत्रों कि माने, तो मनिया सुपारी कीलर बनने की दिशा में कदम बढ़ा चुका था. उसने दरभंगा के मब्बी ओपी में दो लाख में अपने साथी मो़ अहमद उर्फ पल्सर एवं राहुल उर्फ चुसनी की मदद से मो़ कलाम नामक बिजली मिस्त्री की हत्या की सुपारी ली थी.
उसने अपने साथियों से उसपर गोली भी चलायी थी. लेकिन गोली बिजली मिस्त्री के गाल को चीरते हुए निकल गयी थी जिस वजह से उसकी जान बच गयी थी़ पुलिस इस घटना में स्पीडी ट्रायल के माध्यम से अपराधियों को सजा दिलाने का प्रयास कर रही है.

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