हड़ताल के कारण जिले में 15 करोड़ रुपये का बैंकिंग करोबार प्रभावित
शुक्रवार से दो दिवसीय हड़ताल शुरू समस्तीपुर : जिले में शुक्रवार को बैंक कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण बैंकिग कारोबार पूरी तरह चरमरा गया. बैकिंग क्लीयरेंस के आंकड़ों के अनुसार करीब 15 करोड़ से अधिक का कारोबाइ इस दौरान प्रभावित हुआ. सबसे अधिक समस्या एटीएम के कारण आम लोगों को हुयी. जिले […]
शुक्रवार से दो दिवसीय हड़ताल शुरू
समस्तीपुर : जिले में शुक्रवार को बैंक कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण बैंकिग कारोबार पूरी तरह चरमरा गया. बैकिंग क्लीयरेंस के आंकड़ों के अनुसार करीब 15 करोड़ से अधिक का कारोबाइ इस दौरान प्रभावित हुआ. सबसे अधिक समस्या एटीएम के कारण आम लोगों को हुयी. जिले के शहरी क्षेत्र के 90 फीसदी एटीएम के शटर सुबह से ही डाउन रहे.
मोहनपुर रोड, ओवरब्रिज चौराह, डीआरएम कार्यालय, स्टेशन चौक आदि जगहों पर के एटीएम बंद रहने के कारण राशि निकासी के लिये आम लोग दर-दर भटकते नजर आ रहे थे. एक एटीएम से दूसरे एटीएम का चक्कर लगाते लगाते लोगों की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही थी. अस्पतालों में इलाज के लिये भरती मरीजों के परिजन राशि निकासी नहीं होने से मायूस हो गये.
फिलहाल दो दिनों की हड़ताल का असर अब शनिवार को भी देखने को मिल सकता है. हड़ताल में सभी सार्वजनिक बैंक शामिल हुये. हलांकि सहकारिता बैंक इस हड़ताल से बाहर रहा. ऑल इंडिया नेशनलाइजड बैंक ऑफिसरस एसोसियेशन की ओर से बुलायी गयी इस हड़ताल का व्यापक असर दिखा. कर्मचारियों ने बैंक शाखा के समक्ष धरना देकर अपनी मांग सरकार के समक्ष उठायी. शहर के भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य शाखा पर धरना दिया.
इस दौरान मांगों में वेतन में कम से कम 20 फीसदी वृद्धि की जाये, बैंकों में पांच दिन का कार्य दिवस हो, सभी शाखाओं में एक समान कारोबार अवधि हो, बेसिक पे में स्पेशल भत्ते का विलय हो, एनपीएस को खत्म किया जाये, पेंशन का अपडेशन हो, परिवार को मिलने वाली पेंशन में सुधार हो, स्टाफ वेलफेयर फंड का परिचालन लाभ के आधार पर हो, रिटायर होने पर मिलने वाले लाभ को आयकर से बाहर किया जाये, शाखाओं में काम के घंटे और लंच के समय का सही से बंटवारा हो, अधिकारियों के लिए बैंक में कार्य के घंटे का नियमतीकरण हो व कांट्रैक्ट और बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट के लिए समान वेतन हो.