एलएचबी कोच के विद्युत उपकरणों की होगी जांच

समस्तीपुर : एलएचबी कोच के वतानुकूलित व नन एसी कोच के विद्युत उपकरणों की जांच के लिये अब पावरकार की नहीं जरुरत होगी. इसके लिए समस्तीपुर रेल मंडल की ओर से सहरसा कोचिंग डिपो में एलएचबी कोच इलेक्ट्रिकल इक्वीपमेंट टेस्ट किट को विकसित किया गया है. इस टेस्ट किट का उपयोग एलएचबी कोच के ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2020 12:30 AM

समस्तीपुर : एलएचबी कोच के वतानुकूलित व नन एसी कोच के विद्युत उपकरणों की जांच के लिये अब पावरकार की नहीं जरुरत होगी. इसके लिए समस्तीपुर रेल मंडल की ओर से सहरसा कोचिंग डिपो में एलएचबी कोच इलेक्ट्रिकल इक्वीपमेंट टेस्ट किट को विकसित किया गया है. इस टेस्ट किट का उपयोग एलएचबी कोच के ही विद्युत उपकरण की जांच के लिए किया जा सकेगा.

इसके माध्यम से 750 वोल्ट विद्युत उर्जा की आपूर्ति की जाती है. जिससे एक बार में 5 नन एसी या फिर एक वतानुकूलित कोच के विद्युत उपकरणों की जांच की जा सकेगी. यह किट काफी छोटा होने के कारण इसे आसानी से कोच के पास ले जाया जा सकता है.
जिससे इसके परिवहन को लेकर भारी भरकम मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी. सिर्फ कोच के साथ जोड़ देने के साथ ही यह विद्युत उपकरणों में उर्जा को प्रवाहित कर देगी. इस टेस्ट किट के कार्य करने से प्रदूषण की समस्या भी दूर होगी. जांच के लिये न तो जेनरेटर चलाने की जरुरत होगी और न ही डीजल की खपत ही इस दौरान होगी. ज्ञात हो कि अभी फिलहाल एसी व नन एसी कोच में विद्युत उपकरणों की जांच के लिए अलग से पावर कार को कोच में जोड़ना पड़ता है.
इसके बाद विद्युत सप्लाई कर कोच में लगे विद्युत उपकरणों के ठीक-ठाक काम करने की जानकारी रेलवे को मिल पाती है. इसमें पावर कार को जोड़ने के लिए शटिंग की अलग से आवश्यकता होती है. पावर कार को जोड़ने और काटने में अलग से समय खर्च करना पड़ता है. नयी तकनीक को अपनाने पर समय और अतिरिक्त डीजल खपत की रेलवे को बचत होगी.
मंडल के अभियंताओं ने ही किया विकसित: इसकी तकनीक को समस्तीपुर रेल मंडल के अभियंताओं ने ही तैयार किया है. जिससे इस इन हाउस विकास की महत्ता और भी बढ गयी है. रेल मंडल का अपना तकनीक होने के कारण यदि यह सफल रहा तो विभाग इसे अन्य कोचिंग डिपो में भी लगाकर उपयोग करेगा.

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