सामुदायिक भवन को बताया पता

* फर्जीवाड़ा : युवक को नौकरी का झांसा देकर खुलवाया खातासमस्तीपुर : एलआइसी शाखा के फर्जीवाड़ा मामले के अनुसंधान में एक नया मोड़ आया है. फर्जी बांड पेपर के आधार पर लाखों रुपये निकासी करने वाला मास्टर माइंड राज किशोर ठाकुर ने दरभंगा में एक गरीब महिला के बेटे को नौकरी लगाने के नाम पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:30 PM

* फर्जीवाड़ा : युवक को नौकरी का झांसा देकर खुलवाया खाता
समस्तीपुर : एलआइसी शाखा के फर्जीवाड़ा मामले के अनुसंधान में एक नया मोड़ आया है. फर्जी बांड पेपर के आधार पर लाखों रुपये निकासी करने वाला मास्टर माइंड राज किशोर ठाकुर ने दरभंगा में एक गरीब महिला के बेटे को नौकरी लगाने के नाम पर बैंक के कागजात पर हस्ताक्षर करवा कर खाता खुलवाया था.

साथ ही बैंक कर्मियों को भी झांसे में रख कर सामुदायिक भवन को ही महिला के घर का पता का सत्यापन भी करवा लिया. इस मामले का उजागर जांच के दौरान हुआ. सदर डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि समस्तीपुर एलआइसी शाखा से कुल 14 लोगों के खाता से फर्जी निकासी की गयी.

पूरा पैसा दरभंगा के आइसीआइसीआइ की शाखा से मिना व जूही के खाता के माध्यम से निकाला गया था. जांच के दौरान यह भी उजागर किया गया कि उक्त महिला के नाम पर जो खाता खोला गया, उसमें किसी अन्य ग्राहक को पहचान कर्ता भी नहीं बनाया गया. डीएसपी ने बताया कि मास्टर माइंड दरभंगा के बाकरगंज व साहगंज में रह कर अपना फर्जीवाड़ा करता था.

वह बाकरगंज के एक बूढ़ी महिला के पास जाकर कहा कि आपके बेटे को नौकरी दिलवा दिया जाएगा. इसके लिए एक कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिया. इसके साथ एक अजनबी महिला भी थी. जो इसके सभी कार्यो में सहयोग देती थी. हालांकि उक्त महिला की पहचान नहीं हो पायी. डीएसपी ने कहा कि इस पूरे मामले में एलआइसी एवं आइसीआइसीआइ बैंक के कई कर्मियों की संलिप्तता उजागर हुई है. कांड प्रभावित होने के कारण बैंक कर्मियों के नामों का खुलासा तो नहीं किया गया.

* क्या है एलआइसी फर्जीवाड़ा मामला
समस्तीपुरत्नलगभग एक माह पूर्व समस्तीपुर एलआइसी शाखा में एक बीमाकर्ता अपने बांड पर लोन लेने के लिए आवेदन दिया था. आवेदन के बाद जब जांच किया गया तो उक्त बीमाधारक के नाम पर पूर्व से ही एक लाख रुपये की निकासी हो चुकी है. इसकी सूचना पर बीमाधारक तो हैरान हो गए.

जब इसकी जांच हुई तो पता चला कि बीमाधारक के नाम पर फर्जी हस्ताक्षर व बांड पेपर डाल कर लोन की निकासी कर ली गयी. इसकी सूचना पर एलआइसी शाखा में हड़कंप मच गया. जब पूरी जांच शुरू हुई तो प्रथम चरण में कुल 14 बीमाधारकों के नाम पर लगभग 15 लाख की फर्जी निकासी कर ली गयी.

सारा पैसा दरभंगा के आइसीआइसीआइ शाखा के दो महिला उपभोक्ताओं के खाता पर भेजी गयी और एटीएम के माध्यम से राशि निकासी की गयी. इस मामले में एक मास्टर माइंड को बैंक से पकड़ कर नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया था.

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