निर्मल काया के लिये है चाहिए श्रीराम की माया

फोटो फारवार्ड :::::प्रतिनिधि,विद्यापतिनगर निर्मल काया के लिये चाहिए श्री राम की माया़ यह धार्मिक उद्गार श्रीराम कथा मर्मज्ञ सुधीरजी महाराज ने व्यक्त की. वे रविवार को राम चरित मानस वर्णित श्रीराम कथा पर प्रवचन दे रहे थे़ प्रसंग था राम वनवास का़ इस दौरान राजा दशरथजी का प्राण त्याग माताओं के साथ भरत का विलाप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2014 8:02 PM

फोटो फारवार्ड :::::प्रतिनिधि,विद्यापतिनगर निर्मल काया के लिये चाहिए श्री राम की माया़ यह धार्मिक उद्गार श्रीराम कथा मर्मज्ञ सुधीरजी महाराज ने व्यक्त की. वे रविवार को राम चरित मानस वर्णित श्रीराम कथा पर प्रवचन दे रहे थे़ प्रसंग था राम वनवास का़ इस दौरान राजा दशरथजी का प्राण त्याग माताओं के साथ भरत का विलाप की कथा से श्रोताओं की आंखंे नम हो गयी़ मर्मस्पर्शी प्रवचन सुन लोग विभोर हो उठे़ महाराज कहे जा रहे थे और आंसुओं के समुद्र में श्रोता तालियों के साथ कथा का आनंद ले रहे थे़ प्रसंग जब सुर्पनखा का आया तब आराध्य के लखन संवाद ने भक्ति भाव को गुद्गुदाया़ श्रीराम कथा में हनुमंत प्रेम की भी आधारशिला रखी गयी़ जो आगे जारी रहने की जानकारी है़ ज्ञानप्रद व धार्मिक रोचक कथा से आयोजन स्थल धार्मिक सैलाव में बदल गया है़ आयोजक महिला पुरूष श्रोता का ख्याल रखने में सफल दिख रहें हैं़ विद्यापति इंटर विद्यालय दक्षिण में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा अमृत वर्षा नाम के आयोजन का सातवां दिन धार्मिक भावों से भरा पड़ा संपन्न हुआ़

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