आठ महीने में 91 पॉजीटिव केस
समस्तीपुर : देश-दुनिया में हर वर्ष लाखों लोगों की जान लेने वाला एचआइवी लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है. आंकड़ों पर गौर करें तो बीतें दो वर्षो की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष में इसकी धमक अच्छी खासी दिखायी दे रही है. जिससे यह जिला रोग की दृष्टि से ज्यादा चपेट में नजर आ […]
समस्तीपुर : देश-दुनिया में हर वर्ष लाखों लोगों की जान लेने वाला एचआइवी लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है. आंकड़ों पर गौर करें तो बीतें दो वर्षो की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष में इसकी धमक अच्छी खासी दिखायी दे रही है.
जिससे यह जिला रोग की दृष्टि से ज्यादा चपेट में नजर आ रहा है. लगातार प्रचार प्रसार और इसकी रोकथाम को लेकर किये जा रहे प्रयासों के बीच इस वर्ष बीतें अप्रैल महीने से लेकर नवंबर तक आठ महीने में सदर अस्पताल के जांच केंद्र तक पहुंचे 6367 लोगों की हुई काउंसेलिंग के बाद हुई जांच के दौरान 91 केस पॉजीटिव पाये गये हैं. इसमें 3119 काउंसेलिंग पीपीटीसीट केंद्र से जुड़े हैं. जिसमें चार गर्भवती महिलाएं पॉजीटिव पायी गयी. वहीं आइसीटीसीटी केंद्र में 3248 लोगों की हुई काउंसेलिंग के बाद की गयी जांच में 87 लोगों के एचआइवी पॉजीटिव होने की पुष्टि की गयी. इसमें 45 पुरुष और 32 महिलाएं शामिल हैं. सबसे अधिक पॉजीटिव केस जून महीने में 9 महिलाओं के मिले हैं.
जबकि अक्तूबर में 10 पुरुषों में एचआइवी मिले हैं. जबकि पिछले वर्ष 12 महीने की आंकड़ों पर नजर डाले तो 92 केस पॉजीटिव पाये गये थे. वैसे स्वयं सेवी संगठनों का मानना है कि यह मामले तो उन लोगों के हैं जो किसी कारणवश अस्पताल तक पहुंच सके हैं. यदि गहराई से इसका पता लगाया जाय तो यह आंकड़ा जिले में चौंकाने वाला होगा. क्योंकि सामाजिक मान सम्मान के कारण कुछ लोग इस केंद्र तक पहुंचने तक से परहेज कर जाते हैं. जिसके लिए व्यापक पैमाने पर जागरुकता की आवश्यकता है. जिसकी जिले में कमी झलक रही है.
तीन पीड़ितों की हुई मौत
सदर अस्पताल में एआरटी सेंटर खुलने के बाद एचआइवी मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही दवा उपलब्ध करायी जा रही है.
केंद्र में फिलवक्त 675 लोगों का उपचार किया जा रहा है. इसी वर्ष खुले इस महत्वपूर्ण सेंटर से उपचार करा रहे तीन लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है.
मरने की वजह खून की कमी, यक्ष्मा व एक मरीज की सड़क दुर्घटना में गयी जान बतायी जा रही है. वैसे शेष मरीजों की स्थिति फिलहाल सामान्य बतायी जा रही है.