विद्यालयों से हाथ धुलाई का पाठ गायब
स्कूल में मध्याह्न भोजन के समय बच्चों में नहीं दिखती स्वच्छता समस्तीपुर. प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में बच्चों को स्वच्छता का पाठ महज अभियान तक सिमट कर रह गया़ मध्याह्न भोजन के समय स्कूल में बच्चे हाथ धोते नहीं दिखते़ जबकि इसके लिए समय समय पर अभियान चलता है़ विद्यालय परिसर की सफाई हो, चाहे […]
स्कूल में मध्याह्न भोजन के समय बच्चों में नहीं दिखती स्वच्छता समस्तीपुर. प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में बच्चों को स्वच्छता का पाठ महज अभियान तक सिमट कर रह गया़ मध्याह्न भोजन के समय स्कूल में बच्चे हाथ धोते नहीं दिखते़ जबकि इसके लिए समय समय पर अभियान चलता है़ विद्यालय परिसर की सफाई हो, चाहे भोजन के समय हाथ धुलाई की बात हो, इसकी आदत बच्चों में विकसित करने में शिक्षकों का मुख्य दायित्व माना जाता है़ दरअसल, शिक्षा का पहला अध्याय है कि जो छात्र वर्ग में उपस्थित है़ उसकी साफ सफाई का निरीक्षण व सही निर्देश से बच्चों में साफ-सफाई की आदत डाले़ पुस्तकों में सूयार्ेदय से पहले बिस्तर छोड़ नित्यक्रिया के बाद प्रतिदिन स्नान करने की बात शामिल है़ यह बात शायद समाज के निर्धन अशिक्षित तबके के अभिभावकों द्वारा भी बच्चों को नहीं बतायी जाती है़ नतीजतन, बच्चे जैसे तैसे विद्यालय पहुंच जाते है़ं सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत हाथ धुलाई कार्यक्रम तो चलाया जाता है़ परंतु, इसका कहीं भी लाभ मिलता नहीं दिखायी पड़ता है़ इस संदर्भ में बीइओ रामनाथ राम ने बताया कि उनके निरीक्षण में कई विद्यालय में बच्चों को हाथ धोते पाया गया है़ उनका कहना है कि अभिभावकों का भी कर्तव्य है कि वे अपने बच्चों को सफाई के प्रति प्रेरित करंे़ वैसे सभी विद्यालयों में कड़े निर्देश दिये गये हैं़