रूसेराघाट रेलवे स्टेशन पर महिला यात्री हलकान
स्टेशन परिसर में कहीं भी नहीं है शौचालय व यूरिनल की व्यवस्थाप्रतिनिधि, रोसड़ापूर्व मध्य रेल द्वारा रूसेराघाट स्टेशन के प्रति उपेक्षात्मक रवैया बरते जाने का इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है कि संसाधनों से लैस रहने के बावजूद भी उसका उपयोग यात्रियों की सुविधा के लिए नहीं किया जा रहा है़ हाल के वषार्ें […]
स्टेशन परिसर में कहीं भी नहीं है शौचालय व यूरिनल की व्यवस्थाप्रतिनिधि, रोसड़ापूर्व मध्य रेल द्वारा रूसेराघाट स्टेशन के प्रति उपेक्षात्मक रवैया बरते जाने का इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है कि संसाधनों से लैस रहने के बावजूद भी उसका उपयोग यात्रियों की सुविधा के लिए नहीं किया जा रहा है़ हाल के वषार्ें में नये स्वरूप में बने यात्री प्रतीक्षालय में उपलब्ध सुविधाओं के चालू होने में हो रहे अनावश्यक विलंब से रेल यात्रियों खासकर महिलाओं को विशेष परेशानी होती है़ बता दें कि अनुमंडल मुख्यालय होने के कारण न्यायालय एवं अन्य विभागीय कामकाज से हजारों लोग रेलमार्ग से यहां आते हैं जिसमें महिलाओं की भी अच्छी खासी संख्या रहती है़ विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में कार्यरत महिला रेल यात्रियों ने स्टेशन में कहीं पर भी शौचालय एवं यूरिनल की व्यवस्था नहीं रहने को संवेदनहीनता का परिचायक बताती हैं़ इस संबंध में पूछे जाने पर स्टेशन अधीक्षक मुरली मनोहर जोशी ने बताया कि यात्री सुविधा के लिए हम सदा तत्पर रहते हैं़ विभागीय स्तर से टेंडर की प्रक्रिया संपन्न नहीं होने के कारण नव निर्मित प्रतीक्षालय में उपलब्ध शौचालय एवं यूरिनल का उपयोग रेल यात्री नहीं कर पा रहे हैं़ समस्या के निदान के लिए गंभीरता से पहल किये जायेंगे़ बता दें कि उक्त यात्री प्रतीक्षालय का उद्घाटन 22 मई 2013 को पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक मधुरेश कुमार ने किया था लेकिन इसमें उपलब्ध यात्री सुविधाओं को आज तक चालू नहीं किया जा सका है. इससे आमजनों में असंतोष की भावना गहराती चली जा रही है़