डाट्स से यक्ष्मा का इलाज संभाव
फोटो संख्या : 8 समस्तीपुर. सदर अस्पताल के सभागार में ममता एचआइएमसी के तत्वावधान में शनिवार को ग्रामीण चिकित्सकों व सामुदायिक कार्यकर्ताओं का अलग अलग उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन हुई. कार्यशाला का विषय था अक्षय परियोजना के अंतर्गत टीबी नियंत्रण. कार्यशाला को संबोधित करते हुए टीबी रोग विशेषज्ञ डा. बीके सिंह ने कहा कि टीबी […]
फोटो संख्या : 8 समस्तीपुर. सदर अस्पताल के सभागार में ममता एचआइएमसी के तत्वावधान में शनिवार को ग्रामीण चिकित्सकों व सामुदायिक कार्यकर्ताओं का अलग अलग उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन हुई. कार्यशाला का विषय था अक्षय परियोजना के अंतर्गत टीबी नियंत्रण. कार्यशाला को संबोधित करते हुए टीबी रोग विशेषज्ञ डा. बीके सिंह ने कहा कि टीबी का इलाज पूरी तरह संभव है. डॉट्स के तहत उच्च गुणवत्ता वाली दवाइयां सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में नि:शुल्क दी जाती है. ममता एचआइएमसी के राज्य प्रभारी रंजन कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि टीबी पीढ़ी दर पीढ़ी फैलने वाला रोग नहीं है. यह हवा के जरिये फैलने वाला एक संक्रामक रोग है. ममता जिला समन्वयक प्रमोद कुमार ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को दो सप्ताह या उससे अधिक समय से खांसी हो तो उसे टीबी की संभावना हो सकती है. समय पर इसकी जांच कराएं. संचालन जिला टीबी फोरम के सदस्य एवं अखंड एकता के निदेशक राजीव गौतम ने कहा कि टीबी की पुष्टि के लिए लोगों को अपने बलगम की जांच करीबी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में करवाना चाहिए. यह जांच नि:शुल्क है. मौके पर अमित कुमार वर्मा, प्रगति आदर्श केंद्र सचिव संजय कुमार बबलू, एसटीएस मो. जमालूद्दीन, डॉ विजेंद्र कुमार आदि ने प्रशिक्षण दिया.