धान अधिप्राप्ति : राइस मिलों को लेकर ऊहापोह बरकरार

क्रय केंद्र का मुख्य हिस्सा राइस मिलपैक्स को भी सीएमआर की जिम्मेदारीप्रतिनिधि, समस्तीपुर जिले में धान अधिप्राप्ति की अड़चनें दूर होने क ा नाम नहीं ले रही है. क्रय केंद्र के संचालन के साथ ही अब तक राइस मिलों की तैनाती नहीं की गयी है. राइस मिलों के ऊहापोह को लेकर क्रय केंद्र का संचालन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2015 5:02 PM

क्रय केंद्र का मुख्य हिस्सा राइस मिलपैक्स को भी सीएमआर की जिम्मेदारीप्रतिनिधि, समस्तीपुर जिले में धान अधिप्राप्ति की अड़चनें दूर होने क ा नाम नहीं ले रही है. क्रय केंद्र के संचालन के साथ ही अब तक राइस मिलों की तैनाती नहीं की गयी है. राइस मिलों के ऊहापोह को लेकर क्रय केंद्र का संचालन व धान की खरीदारी का काम धीमा हो रहा है. राज्य खाद्य निगम की ओर से अबतक राइस मिलों की तैनाती जिले में नहीं की गयी है. धान अधिप्राप्ति के कार्य के लिए राइस मिल, क्रय केंद्र के प्रभारी व पैक्स अध्यक्षों तीनों की उपस्थिति जरूरी है. इससे किसान को धान बेचने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो. राइस मिल के प्रतिनिधियों के नहीं रहने के कारण यहां अड़चने आ रही है. राज्य खाद्य निगम की ओर से राइस मिलों के निबंधन का कार्य सीधे मुख्यालय स्तर से किया जाता है. इसके बाद जांच परख कर रहे इन्हें जिलों में धान अधिप्राप्ति के कार्य में लगाया जाता है. 30 नवंबर तक ही राइस मिलों क ो आवेदन देने की अंतिम तिथि थी. इस बार सीएमआर तैयार करने की जिम्मेदारी एसएफसी के साथ ही पैक्सों को भी दी गयी है. इससे किसान धान से चावल तैयार कर विभाग को आसानी से उपलब्ध करा सकें. वहीं पैक्स भी चावल तैयार कर सकते हैं. धान खरीदारी में इन राइस मिलों की भूमिका अहम होती है. यह क्र य केंद्र व किसानों से धान लेकर इनका सीएमआर तैयार करते हैं. पैक्सों के पास फिलहाल 6 राइस मिल है. इसमें चखनूर, सरायरंजन पश्चिमी, चकसाहो, रासपुर, पतेसिया पूर्वी, मउ धनेसर उत्तर व पूसा व्यापार मंडल शामिल हैं. इधर संपर्क करने पर खाद्य निगम के जिला प्रबंधक देवचंद्र मिश्रा ने बताया कि राइस मिलों को शॉर्ट लिस्ट करने का काम पूरा हो चुका है. वहीं इनकी तैनाती जल्द हो जायेगी. वहीं पैक्स भी इस कार्य के लिए सक्षम हंै.

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