जबसे छूटा साथ तुम्हारा मिले न कोई ठौर ठिकाना…
फोटो फारवार्ड :::::::मोरवा. धर्मपुर बान्दे पंचायत में रविवार को हेमंती कवि सम्मेलन का आयोजन राम दुलारी साहित्यकार मंडल के तत्वावधान में आयोजित किया गया. इसका उद्घाटन सीएम कॉलेज दरभंगा के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ ब्रम्हदेव प्रसाद कार्यी ने दीप प्रज्वलित कर किया . अध्यक्षता प्रो. एसए झा एवं संचालन पंडित प्रभाकर तथा मुख्य अतिथि के रूप […]
फोटो फारवार्ड :::::::मोरवा. धर्मपुर बान्दे पंचायत में रविवार को हेमंती कवि सम्मेलन का आयोजन राम दुलारी साहित्यकार मंडल के तत्वावधान में आयोजित किया गया. इसका उद्घाटन सीएम कॉलेज दरभंगा के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ ब्रम्हदेव प्रसाद कार्यी ने दीप प्रज्वलित कर किया . अध्यक्षता प्रो. एसए झा एवं संचालन पंडित प्रभाकर तथा मुख्य अतिथि के रूप में राज किशोर राजन मौजूद थे. सर्व प्रथम जयंती पुष्पम काजल कुमारी एवं स्वेता कुमारी द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया गया. संरक्षण का आशीर्वाद डॉ शिव प्रसाद सिन्हा ने दिया. कवि सम्मेलन में एक से एक विभिन्न पहलुओं से जुड़े कविताओं का प्रस्तुति कर लोगों में समा बांध दिया. पूर्व रेल राज भाषा अधिकारी द्वारिका राय सुबोध रचित जब से छूटा साथ तुम्हारा मिले न कोई ठौर ठिकाना जैसे संवेदात्मक गीतों पर श्रोता मुग्ध हो गये. सपने बुने हजार यार मैं प्यार न कर पाया, उठा हृदय में ज्वार महज इसरार न कर पाया प्रस्तुत कर शरदेंदु शरण ने खूब वाहवाही बटोरी. प्रो. अवधेश झा ने गंगा जिसकी करे आरती बागमती पांव पखाड़ती, जय भारत जय भारती, पावन बिहार की आरती कविता पेश कर लोगों में नया जोश जगा दिया. चांद उतरा गगन से जलाया हुआ माघ की रात में भी घमाया हुआ प्रस्तुत कर ब्रह्मदेव प्रसाद कार्यी ने श्रोताओं का अच्छा मनोरंजन किया. बस क्षण भर के लिए हंसिए ठठाकर, यही से आज कीजिए प्रारंभ राजकिशोर राजन की यह प्रस्तुति लोगों को खूब भाया. इसके अलावे इंजीनियर अवधेश सिंह, केदार प्रसाद, वैद्यनाथ प्रसाद, फिरोज आलम, चंदन कुमार, जय प्रकाश सिंह, विकास कुमार विनीत आदि ने भी अपनी अपनी कविताएं प्रस्तुत की.