सेविकाओं के लिए नियमित भुगतान बना सपना

समस्तीपुर. जिले के बाल विकास परियोजनाओं में कार्यरत आंगनबाड़ी सेविकाओं व सहायिकाओं क ो नियमित मानदेय भुगतान सिर्फ दिवा स्वप्न साबित हो रहा है. परियोजनाओं में विगत तीन माह से मानदेय नहीं दिया गया है. जिससे सेविकाओं के समक्ष आर्थ्िाक समस्या उत्पन्न हो रही है. इससे पहले परियोजनाओं में विगत सितंबर माह तक का ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2015 6:02 PM

समस्तीपुर. जिले के बाल विकास परियोजनाओं में कार्यरत आंगनबाड़ी सेविकाओं व सहायिकाओं क ो नियमित मानदेय भुगतान सिर्फ दिवा स्वप्न साबित हो रहा है. परियोजनाओं में विगत तीन माह से मानदेय नहीं दिया गया है. जिससे सेविकाओं के समक्ष आर्थ्िाक समस्या उत्पन्न हो रही है. इससे पहले परियोजनाओं में विगत सितंबर माह तक का ही मानदेय भुगतान किया गया था. वहीं मोहिद्दीनगर में विगत पांच माह से मानदेय भुगतान लंबित पड़ा है. जिसने समस्या को और भी बढ़ा दिया है. बताते चलें की सेविका व सहायिका के मानेदय भुगतान की प्रक्रिया सीधे बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों के हाथों में होती है. कोषागार से मानदेय की राशि सीधे परियोजनाओं के खाते में भेजी जाती है. जहां से यह राशि बैकों के माध्यम से सेविका व सहायिका के खाते में भेजी जाती है. लेकिन सारी प्रक्रिया लंबित हैं. ऐसा नहीं है कि राशि की कमी है. जानकार बताते हैं कि आवंटन रहने के बाद भी मानेदय भुगतान में लेट लतीफी का खामियाजा सेविका व सहायिकाओं क ो भुगतनी पड़ती है. जिससे उनके समक्ष आये दिन आर्थिक संकट उत्पन्न होती रहती है.

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