ईश्वर के नाम पर विभेद क्यों : डॉ खां

सिंघिया. दुनिया के सभी प्राणियों के ईष्ट एक हैं़ उसी सर्वेश्वर ने इस सृष्टि की रचना की है़ भगवान के मन में यह भाव कभी नहीं आता कि मैं उसका हूं तो फिर भगवान के नाम पर दुनिया में विभेद क्यों़ उक्त बातें शनिवार को शप्तशती चंडी यज्ञ पिपड़ा चौक त्रिमुहानी में आयोजित भागवत कथा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 31, 2015 6:03 PM

सिंघिया. दुनिया के सभी प्राणियों के ईष्ट एक हैं़ उसी सर्वेश्वर ने इस सृष्टि की रचना की है़ भगवान के मन में यह भाव कभी नहीं आता कि मैं उसका हूं तो फिर भगवान के नाम पर दुनिया में विभेद क्यों़ उक्त बातें शनिवार को शप्तशती चंडी यज्ञ पिपड़ा चौक त्रिमुहानी में आयोजित भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन नेपाल से आये डॉ रॉविन खां ने कही़ असत्य मार्ग का फल बताये जाने पर भी लोग परहेज से भाग रहे हैं़ जिसकी वजह से लोग अपार दु:खों का सामना करते हैं़ सिर्फ सत्य ही प्राणियों को खुश रख सकता है़ संत एवं सद्गुरू से सदा शिक्षा मिलती है़ वे सत्य का मार्ग बताते हैं़ इसलिए गुरू शिष्य परंपरा रही है़ आधुनिकता की दौर में बड़ी तेजी से गुरू शिष्य परंपरा समाप्त हो रही है़ इसको बचाना दुनिया के सामने यक्ष प्रश्न है़ कथा के बीच बीच में समधुर भजनों का भी श्रद्धालु आनंद लिया.

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