बीएड व एमएड अब साथ साथ
एनसीटीइ ने तैयार की रूपरेखा, तीन साल का होगा कोर्ससत्र 2016-17 से होगा प्रभावीप्रतिनिधि, समस्तीपुर छात्रों को बहुत जल्द बीएड व एमएड एक साथ करने की सुविधा मिलने जा रही है़ नेशनल काउंसिल फार टीचर एजुकेशन (एनसीटीइ) ने बीएड व एमएड को एक साथ कराने के लिए कोर्स की रूपरेखा बना ली है़ पूरे देश […]
एनसीटीइ ने तैयार की रूपरेखा, तीन साल का होगा कोर्ससत्र 2016-17 से होगा प्रभावीप्रतिनिधि, समस्तीपुर छात्रों को बहुत जल्द बीएड व एमएड एक साथ करने की सुविधा मिलने जा रही है़ नेशनल काउंसिल फार टीचर एजुकेशन (एनसीटीइ) ने बीएड व एमएड को एक साथ कराने के लिए कोर्स की रूपरेखा बना ली है़ पूरे देश में तीन वर्षीय यह कोर्स सत्र 2016-17 से प्रभावी हो जायेगा़ सत्र 2015-16 से बीएड, एमएड, बीपीएड, एमपीएड का कोर्स अब दो वर्ष का कर दिया गया है जिसके पाठ्यक्रम में कई परिवर्तन किये गये हैं़ पाठ्यक्रम को तीन भागों में बांट दिया गया है, सिद्धांत, प्रैक्टिकल व अध्यापन कार्य़ दो वर्षीय कोर्स में चार सप्ताह का प्रैक्टिकल व 20 सप्ताह की टीचिंग को अनिवार्य कर दिया गया है़ जानकारी के अनुसार सत्र 2016-17 से छात्रों के लिए एक बिल्कुल नया कोर्स भी शुरू होने जा रहा है़ इसके तहत छात्रों को बीए बीएड, बी कॉम बीएड व बीएससी बीएड करने की सुविधा होगी़ इंटर उत्तीर्ण करने के बाद स्नातक बीएड करने वाले को एक वर्ष का समय बच जायेगा़ स्नातक बीएड पाठ्यक्रम चार वर्षीय बनाया गया है जबकि स्नातक व बीएड अलग अलग करने पर छात्रों को पांच वर्ष लगेगा़ एनसीटीइ अब शिक्षा शास्त्र के कोसार्ें की मान्यता को लचीला बनाया जा रहा है़ पहले बीएड की मान्यता लेने के लिए अलग से संसाधन जुटाना पड़ता था, अब कॉलेज में उपलब्ध संसाधन के आधार पर भी बीएड की मान्यता प्राप्त की जा सकती है़ इतना ही नहीं, दो वर्षीय बीएड, एमएड के साथ चार वर्षीय व अन्य कोसार्ें की मान्यता हासिल की जा सकती है़ शर्त यह है कि संस्था को पांच वर्ष पहले मान्यता मिली हो़ ऐसे उच्च शिक्षण संस्थाएं मार्च से आवेदन कर सकते हैं.