महीने भर में दो पायदान नीचे गिरा शिक्षा का स्तर

दिसंबर में 2014 में था 34वां स्थान एसएसए अपने बजट का मात्र 57.3 फीसदी कर सकी खर्च प्रतिनिधि, समस्तीपुरबिहार शिक्षा परियोजना ने वित्तीय वर्ष 2014-15 के तहत वित्तीय एवं भौतिक उपलब्धि के आधार पर रैंकिंग तैयार किया है. इसमें सर्वशिक्षा अभियान एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय कार्यक्रम के स्वीकृत वार्षिक कार्य योजना एवं बजट के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 2, 2015 7:02 PM

दिसंबर में 2014 में था 34वां स्थान एसएसए अपने बजट का मात्र 57.3 फीसदी कर सकी खर्च प्रतिनिधि, समस्तीपुरबिहार शिक्षा परियोजना ने वित्तीय वर्ष 2014-15 के तहत वित्तीय एवं भौतिक उपलब्धि के आधार पर रैंकिंग तैयार किया है. इसमें सर्वशिक्षा अभियान एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय कार्यक्रम के स्वीकृत वार्षिक कार्य योजना एवं बजट के आधार पर जनवरी 2015 में 36वां रैंक दिया है. बताते चलें कि दिसंबर 2014 में यह रैंक अंतिम पांच स्थान प्राप्त करने वाले जिलों में 34वां था. राज्य परियोजना निदेशक श्रीधर सिंह ने डीएम सह जिला कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष एम. रामचंद्रुडु को पत्र भेज कर बताया है कि वित्तीय वर्ष 2014-15 में 10 माह व्यतीत होने के पश्चात् सर्वशिक्षा अभियान के द्वारा 31937.08 के विरुद्ध मात्र 18310.22 रुपये राशि व्यय की गयी है, जो उपलब्ध राशि के विरुद्ध मात्र 57.3 फीसदी रही. वहीं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के द्वारा राशि व्यय की स्थिति भी अच्छी नहीं है. केजीबीभी कार्यक्रम के अन्तर्गत 880.52 के विरुद्ध मात्र 199.38 रुपये ही व्यय किया गया, जो उपलब्ध राशि के विरुद्ध मात्र 22.64 फीसदी रही. वहीं असमायोजित अग्रिम के विरुद्ध जनवरी 2015 तक मात्र 62.58 फीसदी राशि ही समायोजित किया जा सका. जानकारी के अनुसार असमायोजित अग्रिम 22493.41 के विरुद्ध 14076.09 ही समायोजित किया जा सका. सूत्रों की माने तो असैनिक कार्य के तहत अगले किस्त की विमुक्ति, विशेष प्रशिक्षण केंद्र का संचालन, शिक्षकों का वेतन राशि की विमुक्ति व अन्य लंबित गतिविधियों में शिथिलता बरतने के कारण रैंकिंग में गिरावट आयी है.

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