गेट : अब स्कोर कार्ड की वैधता तीन साल
शैक्षणिक सत्र 2015 से लागू होगा नियमछात्रों को मिलेगा दोगुना लाभसमस्तीपुर. आइआइटी, एनआइटी और देश के तमाम सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज से परास्नातक यानी पीजी करने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है़ छात्रों के हित में ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) कमेटी ने एक अहम निर्णय लिया है़ अब इस परीक्षा के स्कोर कार्ड […]
शैक्षणिक सत्र 2015 से लागू होगा नियमछात्रों को मिलेगा दोगुना लाभसमस्तीपुर. आइआइटी, एनआइटी और देश के तमाम सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज से परास्नातक यानी पीजी करने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है़ छात्रों के हित में ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) कमेटी ने एक अहम निर्णय लिया है़ अब इस परीक्षा के स्कोर कार्ड की वैधता तीन साल होगी, जबकि अभी तक ऐसा नहीं था़ इस निर्णय ने विद्यार्थियों के लिए इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के अधिक अवसर खोल दिये हैं़ अब एक बार गेट परीक्षा पास करके विद्यार्थी तीन साल में से किसी भी वर्ष कॉलेज में प्रवेश ले सकेंगे़ यह नियम इसी शैक्षणिक सत्र यानी 2015 से ही लागू हो जायेगा़ इसका सबसे अधिक फायदा उन छात्रों को होगा, जो किसी कारण से परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले वर्ष में प्रवेश नहीं ले पाते हैं़ ऐसे छात्रों के पास परीक्षा उत्तीर्ण वर्ष के साथ साथ अगले दो वषार्े में प्रवेश पाने का मौका भी रहेगा़ गेट परीक्षा में हर साल जिले से करीब तीन हजार छात्र शामिल होते हैं़ इनमें से भी करीब 60 प्रतिशत छात्र परीक्षा उत्तीर्ण करने के बावजूद इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश नहीं लेते़ ये छात्र दुबारा परीक्षा देकर पहले से अधिक अच्छी रैंक लाकर मनचाहे कॉलेज में प्रवेश लेने का प्रयास करते हैं़ गुरुकुल संस्थान के गुरु मिनेष के अनुसार जो छात्र किसी समस्या के चलते कॉलेज में प्रवेश नहीं ले पाते हैं, उन्हें स्कोर कार्ड की वैधता बढ़ने का लाभ मिलेगा़ इसके अलावा जो छात्र बेहतर रैंक की चाह में दोबारा परीक्षा देते हैं और फिर भी उन्हें पहले से अच्छे अंक नहीं आते, उन्हें भी यह नियम राहत देगा़ क्योंकि ऐसे छात्रों के पास पहले का बेहतर रिपोर्ट कार्ड भी साथ रहेगा़